कानपुर, भूपेंद्र सिंह। कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हैलट अस्पताल ने भी अपनी कमर कस ली है। मर्टिनिटी विंग बिल्डिंग में हैलट प्रशासन ने 100 बेड का अस्पताल तैयार कर लिया है। इसके साथ ही हैलट में अब कुल बेड 625 हो गए है। तीसरी लहर को देखते हुए हैलट ने सोमवार को 80 लाख की दवाओं के आर्डर दिए है जो सिर्फ कोरोना के मरीजों के लिए ही इस्तेमाल की जाएगी। इसके अलावा आज एक हजार वॉयल रेमडेसिवीर के इंजेक्शन है। कोरोना को लेकर हैलट प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी तरह से कर ली है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया, हम लोगों को शासन की तरफ से कोरोना की तीसरी लहर से लोगों को बचाने के लिए हर संभव तैयारी करने के लिए कहा गया है। सोमवार को हमने ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भी चेक करवाए ताकि समय आने पर यह कहीं धोखा न दे जाए। इसके अलावा जिन वार्ड के बेड्स में ऑक्सीजन की कनेक्टिविटी नहीं थी उसको भी जोड़ने का कार्य पूरा हो चूका है।
हैलट अस्पताल में 50 बेड का आईसीयू और 50 बेड आइसोलेशन बन कर तैयार हो गया है। अब सिर्फ आइसोलेशन वार्ड के बेड को ऑक्सीजन प्लांट से भी जोड़ दिया गया है। पहले इन वार्ड में ऑक्सीजन की सुविधा नहीं थी। इस नए बने अस्पताल के आईसीयू वार्ड में जो बेड लगने बाकी थे वो कार्य भी पूरा हो चुका है। इसके अलावा यहां मरीजों से लिए बन रहे 200 बेड का अस्पताल भी पूरा तैयार हो चुका है। डॉ संजय काला ने बताया, अगर हमारे पास तीसरी लहर में ज्यादा मरीज आते है तो हम लोग सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को भी इस्तेमाल में ला सकते है।
उर्सला नॉन कोविड अस्पताल है, तीसरी लहर के लिए यहां के प्राइवेट विंग में बच्चों का एक 10 बेड का आईसीयू बन कर तैयार हो चूका है। कोरोना की दूसरी लहर में यह फैसला लिया गया था, यह कार्य पिछले दो महीनों से चल रहा था, लेकिन अब यह पूरी तरह तैयार हो गया है। उर्सला अस्पताल की इंचार्ज डॉ किरण ने बताया कि, जो भी काम पिछले दो महीनों में नहीं हो पाए थे उसे दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पूरा कर दिया गया है।
इसके अलावा 20 बेड आईसोलेशन वार्ड भी पूरी तरह तैयार है। वार्ड में सिर्फ ऑक्सीजन की सप्लाई को प्लांट से जोड़ने का काम चल रहा है जिसे इसी हफ्ते पूरा कर लिया जाएगा। यही बन जाने से यहां बच्चों के लिए 30 बेड आरक्षित होंगे। कोरोना की वजह से यहां छोटे बच्चों के लिए पीआईसीयू में 10 वैंटिलेटर भी आने थे जिनमें से पांच वैंटिलेटर आ चुके है। अन्य उपकरणों जैसे बाइपेप मशीन और हाई प्रेशर नेजल कैनुला को भी खरीदा जा चुका है।
तीसरी लहर के लिए कांशीराम अस्पताल में भी तैयारियां ने रफ्तार पकड़ ली है। यहां भी 100 बेड का अस्पताल पूरी तरह तैयार हो चूका है। यहां बच्चों के लिए आईसीयू भी तैयार हो चूका है। आईसीयू और 20 बेड के पीआईसीयू बन कर तैयार हो चूका है। आपको बता दें यह अस्पताल सीएमओ ऑफिस के कंपाउंड में ही बना है और रोजाना सीएमओ डॉ नेपाल सिंह आते है। वह भी इस बने रहे अस्पताल को चेक करते है। कांशीराम अस्पताल में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट भी तैयार कर दिया गया है। इस प्लांट को लगाने के लिए जयपुर से इंजीनियर बुलाए गए थे।