-समय-समय पर बच्चे के ग्रोथ का कराएं चेकअप
-कान और पैर को बचाकर रखे ठंड से
-मौसमी सब्जी, फल और गरम चीजों का करें प्रयोग
-परेशानी महसूस होने पर ले चिकित्सक से सलाह
कानपुर/ अखिलेश मिश्रा: जनवरी माह में सर्दी का प्रकोप बढ गया है। ऐसे में अगर आप के घर पर कोई गर्भवती महिला है तो सावधान हो जाएं। क्यों ठंड आपकी परेशानी को बढा सकती है। जिससे आपको और आपके शिशु दोनों को दिक्कत का सामना करना पड सकता है। उक्त बातें विशेष बातचीत के दौरान शहर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर अनामिका शुक्ला ने शेयर की।
चिकित्सक ने कहा कि अधिक सर्दी होने के दौरान गर्भवती महिलाओं को कान और पैर खासतौर से सेफ रखना चाहिए। सर्दी लगने का मुख्य कारण अधिकांश यही तो स्थान होते है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के वजन में भी परिवर्तन हो जाता है। इसलिए शरीर थोडा भारी होता है। सर्दी के मौसम में महिलाएं इस बात की भी ध्यान रखें कि चलने-फिरने के दौरान उनकी सांस तो नहीं फूल रही है। अगर ऐसा महसूस होता है तो तत्काल अपना बीपी चेक कराएं है। क्योंकि अधिकांश सर्दी के मौसम में महिलाओं की सांस फूलने की समस्या खडी हो जाती है। अगर ब्लड प्रेशर अप-डाउन कर रहा है तो तत्काल अपने चिकित्सक से सम्पर्क करें।
डाक्टर अनामिका शुक्ला ने बताया कि गर्भवती महिलाएं सर्दी के मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान दे। इस मौसम की सभी हरी सब्जियों का उपयोग करे। तजे फलों व जूस का सेवन करे। बाॅडी का गरम रखने के लिए चाय और मूमफली का उपयोग करे। जिससे मौसम परिवर्तन का असर जल्दी शरीर को न हो।
चिकित्सक ने शहरवासियों को सलाह देते हुए कहा कि अगर सामान्य दिनों के अपेक्षा सर्दी आने पर कोई शरीर में परिवर्तन या परेशानी महसूस करते है तो तत्काल अपने चिकित्सक से बातचीत करे और सलाह अनुसार कार्य करें।
विशेषज्ञ ने कहा कि समय-समय पर अपनी और बच्चे के ग्रोथ का चेकअप कराते रहे। जिससे दोनों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पडे। खासतौर पर सर्दी के मौसम में गरम चीजों का उपयोग करे और ठंडी वस्तुओं को दूर रखे।
सर्दी के मौसम में अगर परिवार की महिलाएं अगर गर्भवती अवस्था में है तो उन्हें अधिक सावधान रहने की जरूरत है। परिजनों और स्वयं महिला को अपना विशेष ध्यान देना होगा। वरना सर्दी लगने पर मुसीबत हो सकती है।
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