बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय : ओमिक्रोन के रूप में कोविड19 की तीसरी लहर फिर से गंभीर रूप अख़्तियार करने लगी है। लगातार संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुये जहां राज्य प्रशासन, बिहार सरकार ने एक बार फिर से 21 जनवरी तक के लिए आंशिक लॉक डाउन लागू किया है, वही परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने संक्रमण के हल्के/ बिना लक्षण वाले मरीजों के बेहतर देखभाल के मद्देनजर 5 जनवरी को होम आइसोलेशन संबन्धित संशोधित दिशानिर्देश को भी जारी किया है।
क्या हैं होम आइसोलेशन के संशोधित दिशानिर्देश :
• बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए कम से कम 7 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना अनिवार्य है। यदि इस दौरान लगातार 3 दिनों तक बुखार नहीं आए तो इस अवधि को पूरा कर मरीज अपनी आइसोलेशन खत्म कर सकता है।
• जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% से ज्यादा हो उन्हें होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी
• बुजुर्गों (60 से ऊपर) संक्रमण के लक्षण नजर आने पर चिकित्सकीय जांच और सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति दी जाएगी। वयस्क होम आइसोलेशन के दौरान घर में प्रॉपर वेंटिलेशन का ख्याल रखें।
• आइसोलेशन के दौरान भी संक्रमित और उनकी देखभाल करने वाले व्यक्तियों के लिए उनके संपर्क में आने वाले लोगों के लिए ट्रिपल लेयर मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य
• मरीज की देखभाल करने वाले (केयर गिवर ) के लिए वैक्सीन के दोनों डोज़ लेना अनिवार्य
• एचआईवी, कैंसर या किसी ट्रांसप्लांट वाले मरीजों को चिकित्सकीय सलाह के बाद ही होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी
• होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को जिला कोविड कंट्रोल रूम के संपर्क में रहना होगा। ताकि जरूरी होने पर तुरंत आवश्यक चिकित्सा मुहैया कराई जा सके
• आइसोलेशन वाले मरीजों के लिए किसी भी तरह के जांच (सिटी स्कैन, या चेस्ट अथवा स्टेरॉयड) से पहले डाक्टरी परामर्श अनिवार्य होगा।
आइसोलेसन के दौरान इन बातों का भी रखें ध्यान :
• घर के अन्य सदस्यों से शारीरिक दूरी बनाकर रखें
• सबसे अलग एक हवादार कमरे में रहें
• अपने लिए अलग पानी का बोतल, खाने का बर्तन, साबुन, तौलिया , बिस्तर की चादरों का इस्तेमाल करें।
• इस दौरान अलग बाथरूम का प्रयोग करें
• हमेशा मास्क पहने रहें और हर 6 से 8 घंटे के बाद उसे बदलें
• ट्रिपल लेयर के मास्क का इस्तेमाल ही उचित है जिन्हे प्रयोग के बाद कागज में लपेट कर डस्टबिन में आइसे डालें की किसी के संपर्क में ना आए।
• खाँसते समय हमेशा मुंह को रुमाल या मास्क से ढंकें।
• ज्यादा से ज्यादा तरल आहार, खट्टे फल (नींबू पानी) और पोषक तत्वों से युक्त आहार लें।
• शरीर की स्वच्छता का ध्यान रखें और कम से कम 70 प्रतिशत अलकोहलयुक्त सेनीटाइजर या डेटॉल साबुन और पानी से हाथ धोएँ
• आइसोलेशन के दौरान हर दिन समय समय अपनी बुखार और आक्सीजन लेवल की जांच करते रहें ताकि किसी गंभीर परिस्थिति को टाला जा सके।
• यदि संक्रमित व्यक्ति मधुमेह या रक्तचाप जैसे रोग से पहले से ग्रसित हैं तो उसका इलाज पूर्ववत चलने दें ।