कोविड गाइड लाइन के साथ 10 फरवरी को प्रदेश में पहले चरण का मतदान

Politics उत्तर प्रदेश लखनऊ

-ऑनलाइन भी प्रत्याशी कर सकेंगे आवेदन
-महिलाओं के लिए बढ़ेंगे पोलिंग बूथ
-एलर्ट मोड पर रहेंगी सुरक्षा एजेंसियां
-धांधली की शिकायत के लिए रेडी है एप
-सुरक्षा के लिहाज से बूथों की होगी वीडियोग्राफी
-रैली व रोड शो पर रहेगी पूरी तरह रोक
-10 जनवरी की समीक्षा के बाद आगे तय होगी रणनीति
अखिलेश मिश्रा/कानपुर :
यूपी में चुनावी शंखनाद हो चुका है। प्रदेश में सात चरणों में चुनाव कराया जायेगा। पहले चरण की वोटिंग दस फरवरी को होगी। आखिरी चरण की वोटिंग सात मार्च को होगी। 10 मार्च को सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने के लिए गिनती होगी।

आयोग ने वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कडे नियम और कानून बनाएं हैं, जिसके तह्त सभी बूथों पर तैनात होने वाले कर्मचारी वैक्शीनेशन प्रक्रिया पूरी कर चुके होंगे। इसके अलावा सभी बूथों पर मास्क और सेनीटाइजर की व्यवस्था होगी। महामारी को ध्यान में रखकर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चन्द्रा ने रैलियों और रोड शो में होने वाली भीड़ को पूरी तरह रोक दिया है।

इसके अलावा कोई भी प्रत्याशी चुनाव प्रचार के लिए लाव-लश्कर के साथ भ्रमण नही कर सकेंगे। अपने प्रचार के लिए उम्मीदवार को केवल पांच लोगों के साथ डोर-टू-डोर पहुंचना होगा और वोट मांगना होगा। चुनाव में किसी भी प्रकार की धांधली बूथों पर न हो इसके लिए आयोग ने सभी बूथों की वीडियों फोटोग्राफी होगी।

इसके अलावा आयोग ने आज जनता के लिए एक एप तैयार कराया है अगर कोई भी अपनी बात या शिकायत दर्ज कराना चाहता है तो उसका इस्तेमाल कर सकता है। प्रदेश में आयोग ने सात चरण यानी 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी व अंतिम सात मार्च को वोटिंग कराने का निर्णय लिया है। दस मार्च को सभी प्रदेशों में एक साथ वोटों की गिनती होगी।

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सुरक्षा के लिहाज से आयोग ने देश की सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। पूरे चुनाव पर निगाह रखने के लिए 900 अधिकारी तैनात हुए है। पैसे व किसी अन्य गड़बड़ी पर तैनात अधिकारी पैनी नजर रखेंगे। चन्द्रा ने कहा कि 10 जनवरी को आयोग वर्तमान हालातों की समीक्षा करेगा और उसके बाद आगे की रणनीति तय करेगा।