उन्नाव/बीपी टीम: जिले के बांगरमऊ, हसनगंज और सफीपुर तहसील के कुछ क्षेत्रों में शनिवार रात हुई ओलावृष्टि ने किसानों को बर्बाद कर दिया। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से लेकर अन्य मार्ग ओलों की एक मोटी परत से ढक गए। सुबह कई स्थानों पर सड़क किनारे इन्हें लोगों ने देखा भी। फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के पीथनहार गांव में मुर्गी फार्म ढह जाने के कारण करीब 800 मुर्गी के बच्चे मर गए। जिससे पालक को हजारों की क्षति हुई। वहीं जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश हुई।
लगातार दो दिनों से हो रही बेमौसम बरसात के बीच शनिवार रात ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई। बांगरमऊ, गंजमुरादाबाद, फतेहपुर चौरासी, औरास क्षेत्र में इसका व्यापाक प्रभाव रहा। इन क्षेत्रों में गेहूं, जौ, सरसों, आलू, टमाटर, गोभी, बंधा, मटर, बैंगन आदि की फसल खराब हो गई हैं। इससे किसानों को बड़ा झटका लगा है।
ओलावृष्टि इतनी भयंकर थी कि सुबह तक सड़क के किनारे बर्फ की चादर सी बिछी नजर आई। सादुल्लापुर, पीथनहार, फतेहपुर चौरासी ग्रामीण, मिट्ठू खेड़ा, जमालुद्दीनपुर, कठिघरा आदि करीब सैकड़ों गांव में ओलावृष्टि होने से खेतों में खड़ी जौ, सरसों, आलू, टमाटर, गोभी, बंधा, मटर, बैंगन आदि की फसल बर्बाद हो गई है।
खेत में सूख रहा सिंघाड़ा भी हुआ खराब
फतेहपुर चौरासी क्षेत्र में सिंघाड़ा की खेती करने वाले किसानों ने क्षेत्र की बंजर भूमि पर सिंघाड़ा सुखाने के लिए डाल रखा था। अचानक हुई बरसात से सिंघाड़ा खराब हो गया है। इससे किसान परेशान है।
यह भी पढ़े..