लखीसराय/बीपी प्रतिनिधि। बिहार राज्य के लखीसराय जिलांतर्गत बड़हिया के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माँ बाला त्रिपुर सुंदरी जगदंबा मंदिर वर्ष 1992 में शुरू हुए मंदिर के पुनर्निर्माण के बाद से लगातार जगदंबा मंदिर का विकास एवं सुंदरीकरण जारी है।
मंदिर के गर्भगृह में मृतिका पिंड के रूप में स्थापित मां बाला त्रिपुर सुंदरी के शक्ति पिंड को पहली बार चांदी के सिंहासन से सुशोभित किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में 30 फीट लंबा और 10 फीट चौड़ा चांदी का सिंहासन स्थापित किया गया है। जानकारी हो कि सफेद संगमरमर युक्त जगदंबा मंदिर में 151 फीट ऊंचा भव्य मंदिर के शिखर पर स्वर्ण कलश आरोहित है। इससे मंदिर की भव्यता और दिव्यता श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है।
40 किलो चांदी से बनाया गया घुमावदार सिंहासन : जगदंबा मंदिर बड़हिया स्थित मृतिका पिंड की चारों तरफ स्थापित चांदी का सिंहासन। जगदंबा मंदिर स्थित गर्भगृह में शक्तिपीठ के रूप में मिट्टी का पिंड स्थापित है। गर्भगृह के अंदर दक्षिण छोर से सबसे पहले मां बाला त्रिपुर सुंदरी विराजती हैं। उसके बाद माता महाकाली, माता लक्ष्मी माता सरस्वती के स्वरूप में पिंड स्थापित है।
उत्तर दिशा की अंतिम छोर पर प्रतिस्थापता श्रीधर ओझा के रूप में एक पिंड स्थापित है। शक्तिपीठ जगदंबा मंदिर बड़हिया में पहली बार 40 किलो चांदी के आभूषण से बनाया गया 30 फीट लंबा 8 फीट चौड़ा घुमावदार सिंहासन स्थापित किया गया है, जिससे शक्तिपीठ की भव्यता और बढ़ गई है।
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