स्टेट डेस्क: बिहार में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सूबे में पिछले 24 घंटे में 6541 नए मामले आए हैं। इनमें पटना में 2116, मुंगेर में 298, मुजफ्फरपुर में 427 नए मामले आए हैं। जिससे संक्रमण की दर अब 3.51 प्रतिशत हो गई है।
पटना के आयकर कार्यालय में 80 लोगों की कोरोना जांच की गई, जिनमें 60 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इंसपेक्टर से लेकर सहायक व संयुक्त कमिश्नर रैंक के अधिकारी तक संक्रमित पाए गए हैं। वहीं दूसरी ओ स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य में कोरोना की पहली, दूसरी व तीसरी लहरों के दौरान अबतक कुल 44 हजार 083 कन्टेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं।
हालांकि, संक्रमण की रफ्तार कम होने पर इन चिह्नित इलाकों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त भी कर दिया जाता है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कंटेनमेंट जोन को बांस-बल्लों से घेरकर उन क्षेत्रों में लोगों के आने-जाने के नियम सख्त कर दिए गए थे। साथ ही, उस क्षेत्र में रहने वाले सभी व्यक्तियों की कोरोना जांच की गयी थी। जिससे कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम करने में काफी मदद मिली थी।
बता दें कि पटना एम्स में पांच जनवरी से अब तक अस्पताल के कुल 607 स्वास्थ्य कर्मी और डॉक्टर संक्रमित हो चुके हैं। इसमें 202 डॉक्टर हैं। वहीं 313 नर्सिंग स्टाफ हैं। इतनी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने से अस्पताल प्रबंधन के लिए परेशानी बढ़ गई है। संक्रमित होने वालों में सबसे अधिक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं।
इसमें 53 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर हैं, जबकि 13 कंसल्टेंट और 20 इंटर्न शामिल हैं। 45 टेक्निकल स्टाफ और 23 अटेंडेट भी शामिल हैं। वहीं, गुरुवार को एम्स में 15 डॉक्टर सहित 72 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित हो गए। इनमें 37 नर्सिंग स्टॉफ हैं। इसके अलावा आठ जूनियर रेजिडेंट, चार सीनियर रेजिडेंट, एक इंटर्न और दो कंसल्टेंट शामिल हैं।