सेंट्रल डेस्क: पश्चिम बंगाल में एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ आमने-सामने आ गए हैं। ममता बनर्जी ने ये कहकर राज्यपाल को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था कि वो हर दिन सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाते हैं और धमकी भरे ट्वीट भेजते रहते हैं तो जवाब में धनखड़ ने कहा कि उन्होंने बेतहाशा आरोप लगाया कि राज्यपाल उन्हें हर दिन ट्वीट करते हैं। मैंने एक भी ट्वीट नहीं भेजा।
पश्चिम बंगाल में आज ममता बनर्जी फिर निर्विरोध तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख चुनी गई। इससे पहले पार्टी में अंतर्कलह की बातें सामने आ रही थी। इससे इतर ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच तकरार फिर सामने आई है।
ममता बनर्जी ने दो दिन पहले राज्यपाल को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया था। ममता ने कहा था, “मुझे ट्विटर पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ब्लॉक करने के लिए मजबूर किया गया है। हर दिन वह सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाने और धमकी देने वाले ट्वीट जारी कर रहे थे जैसे कि हम उनके बंधुआ मजदूर हैं।”
जवाब में जगदीप धनखड़ ने कहा है कि उनका प्रदर्शन लोकतांत्रिक शासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन रहा है। अगर यह पश्चिम बंगाल में कानून के शासन के अनुसार नहीं है, तो मैं इसमें कदम रखता हूं। एएनआई से बात करते हुए वो आगे कहते हैं, “मेरी मेज पर कोई फाइल लंबित नहीं है। यदि कोई लंबित मुद्दे हैं, तो उनकी सरकार को जवाब देना होगा। उनका यह बयान कि मैं हर दिन ताज बंगाल से खाना मंगवाता हूं, तथ्यात्मक रूप से गलत है। मैं मुख्यमंत्री से राज्यपाल के एक भी दस्तावेज/ट्वीट को इंगित करने के लिए कहता हूं जो अपमानजनक और अनुचित है।