हरदोई/छोटू द्विवेदी। इस वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के वोट पर सभी पार्टियों व प्रत्याशियों की नज़र है। हरदोई जिले में सवायजपुर विधानसभा का विधायक वही बनेगा जिस पर ब्राह्मणों का आशीर्वाद होगा।
सवायजपुर विधानसभा में बसपा लड़ाई से बाहर है क्योंकि बसपा प्रत्याशी इससे पूर्व राजनीतिक गलियारों से गायब थे। इस कारण भाजपा, सपा व कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। भाजपा के माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू, सपा के पदम् राग सिंह पम्मू एवं कांग्रेस के राजवर्धन सिंह राजू तीनों प्रत्याशियों की नज़र ब्राह्मण वोटों पर है।
इस तीनों ही प्रत्याशी ब्राह्मण सम्मेलन कर चुके हैं। सवायजपुर का ब्राह्मण किस ओर जाएगा यह तो 10 मार्च को ही साफ हो पाएगा लेकिन सपा प्रत्याशी पदम् राग सिंह पम्मू (पम्मू यादव) के ब्राह्मण प्रेम की पोल खुद ब्राह्मण समुदाय ने ही सोशल मीडिया पर खोल दी है।
अनिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है कि जो पम्मू यादव आज ब्राह्मण प्रेम दिखा रहे हैं वही पूर्व के चुनाव में कह चुके हैं कि किसी भी छोटे या बड़े राजनीतिक पद पर किसी ब्राह्मण को बैठे हुए देखना पम्मू यादव को पसन्द नहीं है। उनका यह ब्राह्मण प्रेम मात्र एक चुनावी जुमला है।
सुधाकर अग्निहोत्री ने टिप्पणी की है पम्मू यादव के समर्थकों का कहना है कि दो महीने बाद हम क्या करेगे, यह सिर्फ हम ही जानते हैं। नेताजी का ब्राह्मण प्रेम महज दो महीने का ही है। आचार्य विमल मिश्रा का कहना है कि जब सपा की सरकार थी तब उनका पम्प सेट पम्मू यादव ने दिनदहाड़े उठवा लिया था और पता नही कितने ब्राह्मणों के पम्पसेट चोरी करवा लिए गए थे।
दिनदहाड़े चोरी की एफआईआर भी तब दर्ज कराई जा सकी जब सपा सरकार उत्तर प्रदेश से विदा हो गई। जो ब्राह्मण पम्मू यादव को विधायक बनाना चाहते हैं वे वही मुट्ठी भर ब्राह्मण हैं जिन्होंने अनुपम दुबे व अशोक बाजपेई की लुटिया डुबोई थी।
ज्ञानेश शुक्ला ने टिप्पणी की है कि जिस तरह 2012 में चुनाव में अशोक बाजपेई पम्मू यादव को सूट नहीं हुए उसी तरह ब्राह्मण समुदाय पम्मू यादव को वर्ष 2022 के चुनाव में हराकर ही दम लेगा। राज मिश्रा ने टिप्पणी की है कि अभी हाल में ही हरपालपुर में पम्मू यादव के समर्थकों ने एक ब्राह्मण को उसके दरवाजे पर आकर पीटा। अगर पम्मू यादव विधायक बन गए तो इनके समर्थक और तांडव करेंगे।
इस कारण ब्राह्मणों जाग जाओ का अनुरोध राज मिश्रा ने अपने समाज से किया है। सिरसा निवासी जेपी मिश्रा कहते हैं कि पम्मू यादव ने सपा सरकार में जमकर अत्याचार ब्राह्मणों पर किया और पम्मू यादव के समर्थक कहते हैं कि इस बार पम्मू भैया ने ब्राह्मणों को बेवकूफ बना लिया है। चुनाव निपटने दो, फिर इन ब्राह्मणों की मां-बहन एक कर देंगे और भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं।
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सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी में और लगाए गए आरोपो में कितनी सच्चाई है, यह तो टिप्पणी करने वाले लोग ही जानें लेकिन जिस प्रकार पम्मू यादव के ब्राह्मण प्रेम पर सवाल उठ रहे हैं, उससे पम्मू यादव के ब्राह्मण प्रेम पर सवालिया निशान जरूर लगता है।