सेंट्रल डेस्क/दिवाकर श्रीवास्तव। ‘भारत रत्न’ से सम्मानित वेटरन गायिका लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष की थीं। ‘भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब पांच दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया। लता मंगेशकर ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है।
पाकिस्तान ने भी दी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि : वे कई दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं। उनके जाने से न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया गमगीन है। लता मंगेशकर के प्रशंसक पूरी दुनिया में थे। उन्हें जितना प्यार भारत से मिलता था उतना ही पाकिस्तानी भी उनसे मोहब्बत करते थे। आज लता मंगेशकर के देहावसान पर पाकिस्तान ने भी उनको अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी है।
पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने ट्विटर पर लिखा, ‘एक महान शख्सियत नहीं रहीं। लता मंगेशकर सुरों की रानी थीं जिन्होंने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया। संगीत जगत में उनके जैसा कोई न था। उनकी आवाज आने वाले समय में भी लोगों के दिलों पर राज करती रहेंगी। ट्विटर पर चल रहे #RIPLataMangeshker ट्रेंड्स में लता मंगेशकर के पाकिस्तानी फैंस श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
जनवरी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था : इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। जनवरी में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में वह न्यूमोनिया से पीड़ित हो गईं।
हालत बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी हालत में सुधार के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट भी हट गया था। लेकिन 5 फरवरी को उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। आखिरकार, 6 फरवरी को ‘स्वर कोकिला’ ने आखिरी सांस ली।
यह भी पढ़ें…