बिहार: ललन सिंह ने विशेष राज्य का दर्जा मांगा तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय संजय ने आंकड़ों के साथ दिखाया आईना

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स्टेट डेस्क: बिहार के विशेष राज्य के दर्ज पर सदन से लेकर बाहर तक NDA की दोनों प्रमुख पार्टी JDU और BJP आमने-सामने हो गई है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान लोकसभा में JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने एक बार फिर बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांग लिया।

इस पर पहले तो सदन में ही सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी ने रोक टोक किया, फिर अब बाहर BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल आंकड़ों के साथ विरोध में उतर गए हैं। उन्होंने ललन सिंह के एक-एक सवाल का जवाब आंकड़ों के साथ देना शुरू कर दिया है। जायसवाल ने बिहार सरकार को आईना दिखाते हुए बताया है कि सरकार अपनी नाकामियों की वजह से बिहार का विकास नहीं कर पा रही है। जबकि केंद्र सरकार हर पल उनका सहयोग कर रही है।

जायसवाल ने कहा है, ‘महाराष्ट्र की आबादी बिहार से महज एक करोड़ ज्यादा है, फिर भी बिहार को उसके मुकाबले 31 हजार करोड़ रुपए ज्यादा मिलते हैं। बंगाल भी बिहार की भांति पिछड़ा राज्य है, पर उसके मुकाबले भी बिहार को 21 हजार करोड़ रुपए ज्यादा मिलता है। दक्षिण भारत के राज्यों की हमेशा शिकायत रहती है कि केंद्र सरकार हमें कम पैसे देती है, क्योंकि हमने आबादी को 70 के दशक में ही केंद्र की नीतियों के कारण रोक लिया था। अब केंद्र सरकार इसको अपराध मानती हैं।’

प्रदेश अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है, ‘GST से सबसे ज्यादा फायदा बिहार जैसे राज्य को हुआ है। पहले जिस राज्य में उद्योग स्थापित होते थे उनकी अलग से कमाई होती थी। अब इस कमाई का बड़ा हिस्सा उपभोक्ता राज्य में बांटता है, जिसके कारण बिहार को 20 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त फायदा हुआ है।’