जिले के पंचायतों में चरणवार ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का होगा क्रियान्वयन : डीएम

मोतिहारी

लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 के तहत एक दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-कार्यशाला का हुआ आयोजन

मोतिहारी/राजन दत्त द्विवेदी । जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में आज डाॅ0 राधाकृष्णन भवन, मोतिहारी में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 के तहत एक दिवसीय उन्मुखीकरण-सह-कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें जिले भर में मोतिहारी, बंजरिया, मधुबन, पताही ,छौड़ादानों, रामगढ़वा, कल्याणपुर एवं तुरकौलिया प्रखंडों में चयनित 50 पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण ) लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन से संबंधित पंचायतों के मुखियागण ,पंचायत सचिव, स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं प्रखंड समन्वयक को राजीव कुमार सिंह, प्रशासी पदाधिकारी -सह -राज्य समन्वयक एवं रत्नेश वर्मा, राज्य सलाहकार ने प्रशिक्षण दिया।

डीडीसी कमलेश कुमार सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता कार्य को गंभीरता पूर्वक करें। अपने क्षेत्रों में गंदगी को हटाकर पुण्य का भागी बने एवं बेहतर कार्य पारदर्शिता पूर्वक करें । लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान फेज-2 के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन जिला के सभी ग्राम पंचायतों में चरणवार किया जाना है। प्रथम चरण में पूर्वी चम्पारण जिले में 50 ग्राम पंचायत का लक्ष्य निर्धारित है। सभी प्रखण्डों से 50 पंचायत का चयन किया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में आज सभी उक्त ग्राम पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सचिव, 15 पंचायत के स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं प्रखण्ड समन्वयक का उन्मुखीकरण किया जा रहा है।प्रखण्ड स्तर पर गठित प्रखण्ड परियोजना अनुश्रवण इकाई प्रखण्ड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में क्रियान्वयन एजेन्सी का काम करेगी।

ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत क्रियान्वयन समिति क्रियान्वयन एजेन्सी का कार्य करेगी। वार्ड स्तर पर वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति ग्राम पंचायत को कार्य योजना प्रेषित करेगी, जिसके आधार पर ग्राम सभा कार्य योजना को अनुमोदित कर क्रियान्वयन करायेगी। जिला स्तर पर जिला जल एवं स्वच्छता समिति प्रखण्ड से प्राप्त सभी प्रस्तावों का समीक्षोपरान्त तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर क्रियान्वयन सुनिश्चित करायेगी।
मुख्यतः दो तरह के कार्य किये जायेंगे। जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं तरल अपशिष्ट का प्रबंधन।

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में प्रत्येक घर/हाट-बाजार से ठोस अपशिष्ट संग्रह हेतु रूट चार्ट तैयार कर पैडल/हाथ रिक्शा/ई-रिक्शा से गृहवार इकठ्ठा कर बसावट से कुछ दूर उपयुक्त अस्थायी संग्रह स्थल का चयन कर निर्धारित स्थल पर अस्थायी संग्रह कराया जाना है। चयनित पंचायत के प्रत्येक वार्ड में एक स्वच्छता मित्र (सफाई कर्मी) एवं प्रत्येक चयनित पंचायत में एक स्वच्छता पर्यवेक्षक का ग्राम सभा के माध्यम से चयन करना है।

तरल अपशिष्ट प्रबंधन में घर से निकले हुए धूसर जल का प्रबंधन गृह स्तर पर सोख्ता गड्ढा, किचेन गार्डेन, लीच पीट एवं समुदाय स्तर पर धूसर जल के प्रबंधन के लिए सामुदायिक सोख्ता गड्ढा, लीच पीट, मैजिक पीट, जंक्शन चेम्बर, पाँच हजार से अधिक जनसंख्या वाले राजस्व ग्राम में समुदाय स्तर पर धूसर जल हेतु स्थिरीकरण तालाब का निर्माण करना है। प्रत्येक पंचायत में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन संबंधी प्रचार-प्रसार जागरूकता एवं क्षमता संवर्द्धन का कार्य किया जाना है।

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