-महिलाओं पर अत्याचार करने वाले उम्मीदवारों की संख्या में हुई वृद्धि
स्टेट डेस्क/लखनऊ। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले 627 में से 623 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया है, जो 59 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं चार उम्मीदवारों के शपथ पत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विश्लेषण नहीं किया जा सका। यह जानकारी एडीआर उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने दी।
उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 623 में से 135 (22%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं, वहीं गंभीर आपराधिक मामले 103 (17%) हैं। उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार हैं, समाजवादी पार्टी के 58 में से 30 (52%), बीजेपी के 55 में से 25 (46%), बसपा के 59 में से 23 (39%), कांग्रेस के 56 में से 20 (36%) और 49 में से 11 (22%), आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं।
वहीं गंभीर आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार हैं, समाजवादी पार्टी 58 में से 21 (36%), बीजेपी के 55 में से 20 (36% ), बसपा के 59 में से 18 (31%), कांग्रेस के 56 में से 10 (18% ) और 49 में से 11 (22%), आप पार्टी के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। तीसरे चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर फर्रुखाबाद से कांग्रेस के उम्मीदवार लुईस खुर्शीद हैं जिन पर 17 मामले, दूसरे स्थान पर फिरोजाबाद से समाजवादी पार्टी के सैफुर्रहमान उर्फ छुट्टन भाई हैं जिनके ऊपर 12 मामले और तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी के एटा विधानसभा क्षेत्र से जुगेन्द्र सिंह यादव जिनके ऊपर 11 मामले दर्ज हैं।
11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित मामले घोषित किये हैं। इन 11 में से दो उम्मीदवारों ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बन्धित मामला घोषित किया है। दो उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बन्धित मामले घोषत किये हैं। वहीं18 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषत किये हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के दूसरे चरण में 59 में से 26 (44%) संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र है, जहाँ तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
अगर हम करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें तो 623 में से 245 (39%) तीसरे चरण में करोड़पति उम्मीदवार हैं। हमारे चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट देते हैं। करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करें तो समाजवादी पार्टी के 58 में से 52 (90 %), बीजेपी के 55 में से 48 (87%), बसपा के 59 में से 46 (78%), कांग्रेस के 56 में से 29 (52%), और 49 में से 18 (37%) आप पार्टी के उम्मीदवार करोड़पति हैं, जिनकी घोषित संपत्ति एक करोड़ से ज्यादा है।
सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीदवारों में से पहले स्थान में समाजवादी पार्टी के जनपद झाँसी से बबीना विधानसभा से उम्मीदवार यशपाल सिंह यादव है,जिन्होने अपनी संपत्ति 70 करोड़ बतायी है। दूसरे स्थान पर किदवई नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस के अजय कपूर हैं, जिनकी संपत्ति 69 करोड़ है। वहीं तीसरे स्थान पर कांग्रेस के आर्यानगर से प्रमोद कुमार हैं, जिन्होने अपनी संपत्ति 45 करोड़ बतायी है। उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के तीसरे चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 2.82 करोड़ है। वही 248 (40%) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण में 239 (38%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 357 (57%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 5 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं वहीं 13 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 5 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। 4 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है।
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241 (39%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 300 (48%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है। 81(13%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है जबकि एक उम्मीदवार ने अपनी आयु 83 वर्ष घोषित की है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तीसरे चरण में 96 (15%) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैंI