मधेपुरा और पूर्णिया में रहकर उमलेश सिंह बने करोड़पति, सिर्फ पांच सालों की नौकरी में अर्जित की अकूत सम्पत्ति

Local news पूर्णियाँ बिहार

पूर्णिया/राजेश कुमार झा। आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी की टीम ने पूर्णिया के वर्तमान जिला सब रजिस्ट्रार उमलेश कुमार सिंह के पूर्णिया के सरकारी घर सहित पटना के राजीव नगर मोहल्ले एवं पैतृक घर पर एक साथ छापेमारी की। छापेमारी के क्रम में निगरानी की टीम को अकूत सम्पत्ति मिली है। बताते चलें कि आज अहले सुबह तकरीबन 8 बजे निगरानी की टीम अचानक जिला सब रजिस्ट्रार के सरकारी आवास पर पहुंचकर सबसे पहले जिला सब रजिस्ट्रार को दबोच लिया।

अचानक हुए इस कारवाई में उमलेश सिंह कुछ समझ पाते कि निगरानी की टीम ने अपना परिचय देते हुए उन्हें सहयोग करने की सलाह देते हुए रेड शुरू कर दिया। उस वक्त उनके सरकारी आवास पर कुछ लोग भी मौजूद थे। जो निगरानी की टीम को देखते हुए धीरे से खिसकने की कोशिश की लेकिन निगरानी की टीम ने सभी से परिचय लेकर सहयोग करने की अपील की। बताते चलें कि पूर्णिया के सब रजिस्ट्रार उमलेश कुमार सिंह ने मधेपुरा और पूर्णिया में नौकरी करते हुए जमकर काली कमाई की है।

बुधवार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने इनके सभी ठिकानों पर छापेमारी की है। पटना के राजीव नगर मोहल्ले में में इनका तीन मंजिला आलीशान मकान है। पिछले 6 घंटे चली छापेमारी में निगरानी के डीएसपी अनिल कुमार पासवान ने बताया की इस छापेमारी के दौरान अब काफी कुछ बरामद हुआ है। सब रजिस्ट्रार के पूर्णिया स्तिथ सरकारी आवास से निगरानी टीम के हाथ 4 लाख 27 हजार 300 रुपया नगद, अब तकरीबन 5 भर सोना एवं अलग-अलग बैंक अकाउंट के 15 पासबुक, एलआईसी में लाखों के इन्वेस्टमेंट के 4 कागजात, अलग-अलग जगहों पर खरीदे गए कीमती जमीन के कुछ कागजात हाथ लगे हैं।

बताते चलें कि सरकारी नौकरी में रहते हुए जिला सब रजिस्ट्रार उमलेश कुमार सिंह पूरी तरह भ्रष्टाचार में डूबे हुए थे। सरकारी कुर्सी पर बैठकर वो काले कारानामों लिप्त थे। जहां उन्होंने जमकर अवैध रूप से रुपए कमाएं। उमलेश सिंह ने पूर्णिया स्तिथ अपने कार्यालय को दलालों का अड्डा बना रखा था। ऑफिस की स्तिथि ये थी कि बिना दलालों के कोई भी काम नहीं होता था। यहां तक कि जमीन के स्थल निरीक्षण के भी 2500 रुपया देना पड़ता था। जबकि स्थल निरीक्षण का काम कार्यालय को मुफ्त में करना होता है।

पटना स्थित निगरानी मुख्यालय को इसकी जानकारी मिली थी। जिसके बाद निगरानी मुख्यालय ने मिली जानकारी पर काम कर काफी सारे इनपुट और ठोस सबूत जुटाएं तो जिला सब रजिस्ट्रार के काली कमाई करने की बात की पुष्टि हो गई। इसके बाद निगरानी थाना में सब रजिस्ट्रार उमेश प्रसाद सिंह के खिलाफ 1 करोड़ 12 लाख रुपए का आय से अधिक डीए केस दर्ज किया गया.इनके ठिकाने को खंगालने के लिए कोर्ट से सर्च वारंट हासिल किया गया।

तब जाकर आज निगरानी की टीम ने राजीव नगर में सब रजिस्ट्रार के घर पर छापेमारी की। सब रजिस्ट्रार का यह घर काफी आलीशान बना हुआ है। ढ़ाई कट्‌ठे से अधिक की जमीन पर यह घर बना हुआ है। घर के अंदर तमाम आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध है। घर के अंदर डेकोरेशन पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं। निगरानी टीम की यह कार्रवाई अभी भी जारी है।

यह भी पढ़ें…