कानपुर : आज उत्तर भारत का सुप्रसिद्ध दक्षिण भारतीय शैली में स्थापित महाराज प्रयागनारायण मन्दिर (शिवाला ) का 11 दिवसीय स्थापना दिवस श्री ब्रह्मोत्सव (माघ मेला) धूमधाम से परम्परागत रूप से सम्पन्न हुआ। प्रातः 6 बजे शेषनाग वाहन (सिंहासन) पर भगवान रंगनाथ मन्दिर से भक्तों के कन्धो में सवार होकर मन्दिर प्रांगण की परिक्रमा करते हुये जनकपुर गय वहाँ प्रातः कालीन भक्ति कीर्तन के पश्चात प्रसाद वितरण कर वापस मन्दिर आये ।
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मन्दिर के अन्दर भगवान का अभिषेक परम्परागत नारद पान्चशील विधि से वृन्दावन , उत्तराखण्ड , गोरखपुर , प्रयागराज , अयोध्या , नैमिषारण से पधारे सन्तों महात्माओं की उपस्थित मन्दिर के प्रधान व्यास पं . करणाशंकर के निर्देशन में सम्पन्न हुआ | प्रातः १० बजे भव्य स्वर्ण सिंहासन में शिवाला मंन्दिर शहनाई एवं बैण्ड बाजे की धुन में भक्तों महात्माओ सन्तो एवं नगर के गणमान्य व्यक्तियों , राजनेताओं के साथ शोभायात्रा में दक्षिणी शाही छात्र एवं रजत कलश , तुलसा जी की डोली के साथ गंगा जी यज्ञान्त स्नान हेतु प्रस्थान की ।
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भगवान के सिंहासन के आगे सन्त महात्मा आचार्यगण संस्कृत श्लोको में स्तुति करते हुये चल रहे थे | जगह- जगह शोभायात्रा का स्वागत के साथ – साथ पुष्प वर्षा की गयी । शिवाला मन्दिर से सरसैय्या घाट तक जगह – जगह जो मन्दिर मठ आदि में आरती एवं पूजन किया गया । सरसैय्या घाट गंगा तट पर शोभायात्रा विश्राम कर श्रीनिवास व्यंकटेश का विग्रह पालकी में सभी भक्त एवं सेवक आचार्यगण जयकारा लगाते हुये गंगा जी मुख्य धारा में स्नान करने गये ।
गंगा जी की मुख्य धारा का स्थान पहले से सुनिश्चित एवं चयन कर लिया जाता है । मुख्य धारा में डुबकी के साथ आरती करते हुये वैसे ही भीगे वस्त्रो के साथ वापस घाट पर आकर श्रंगार करके पुनः वापसी शोभायात्रा आयी | गंगा तट पर पंचमेवा प्रसाद वितरण एवं ऋतुफलो का सामूहिक वितरण हुआ । शिवाला मन्दिर में प्रवेश करने के उपरान्त मन्दिर में तिलक एवं सभी सन्तो , महात्माओ , आचार्यो , सेवको को दक्षिणा वितरण हुआ । इसके पश्चात सामूहिक महाप्रसाद एवं भण्डारा सम्पन्न हुआ।
सायंकाल ४ बजे से भब्य राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम रात्रि तक चला। राति ८ बजे भव्यशाही सिंहासन में कन्धे में विराजमान भगवान निकले भव्य आकाशीय आतसबाजी भिल्ल लीला के साथ रात्रि ठीक १२ बजे विधि विधान से गरुण ध्वजा उतारकर भगवान के चरणों में विराजी गयी और जयकारे के साथ १६१ वॉ श्री ब्रह्मोत्सव ( माघ मेला ) का समापन हुआ ।
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समस्त कार्यक्रम मन्दिर अध्यक्ष “मुकुल ” विजय नारायण तिवारी एवं प्रबन्धक अभिनव नारायण तिवारी की देखरेख में सम्पन्न हुआ। प्रमुख रूप से बद्रीनारायण तिवारी , जगतवीर सिंह द्रोण, महेश त्रिवेदी ( विधायक ), सुहेल अंसारी ( विधायक ), सरदार राजू रखण्डूना , कनिष्क पाण्डेय , सुरेश अवस्थी , सतीश निगम , नौशाद आलम मंसूरी , डा ० अंगद सिंह , डा ० अमित द्विवेदी , महेश मिश्र अमिताभ बाजपेयी , बलजीत सिंह यादव , महापौर प्रमीला पाण्डेय , प्रमोद जायसवाल , मनोज तिवारी , सलिल विश्नोई मनोज सेंगर , डा ० प्रदीप दीक्षित , डा . शैलेन्द्र दीक्षित , प्रमोद पाण्डे ( एडवे )