बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। पटना जिले के बाढ़ थाना क्षेत्र के रहीमा गांव निवासी महेश महतो का पुत्र सुनील कुमार पेशे से टेंपो चालक है उसकी पत्नी प्रीति पिछले 5 वर्षों से बीमार चली आ रही है पत्नी के इलाज पर आने वाले भारी भरकम खर्च से सुनील बेहाल हो गया था पैसे को लेकर वह इधर उधर भटक रहा था। मरता क्या नहीं करता। उसके दिमाग में यह बात कौंधने लगी कि आखिर पैसे की व्यवस्था कैसे हो।
इसके लिए उसने अपने खुद के टोटो को अपने एक परिचित के यहां गिरवी रख 25 हजार रूपए उठा लिए। घरवालों को दिग्भ्रमित करने के लिए सुनील द्वारा टोटो अपराधियों द्वारा लूट लिए जाने की प्राथमिकी अस्थावां थाने में कर दी। दर्ज प्राथमिकी में सुनील ने पुलिस को बताया कि 13 फरवरी को जब वह सवारी लेकर अपने टोटो से अस्थावां थाना क्षेत्र के उगावां नोवा जा रहा था, तो इसी क्रम में सकरावा से आगे दिन में ईंट भट्टी के पास दो हथियारबंद अपराधियों के द्वारा पिस्तौल सटाकर उसका टोटो गाड़ी तथा मोबाइल सेट लूट लिया गया।
कांड दर्ज कर अनुसंधान शुरू, आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीपीओ डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी ने बताया कि मामले के सफल उद्भेदन को लेकर नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा के द्वारा एक टीम का गठन किया गया। जिसमें हमारे अलावे अस्थावां थानाध्यक्ष मोहम्मद शोएब अख्तर सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। जांच के क्रम में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई कि टोटो चालक सुनील कुमार के द्वारा अपनी पत्नी की इलाज को लेकर अपना खुद का टोटो एक परिचित के यहां गिरवी रखा गया। गिरवी के तौर पर पैसे लिए गए।
इस तरह से अनुसंधान से इस स्वरचित लूट की कहानी का पर्दाफाश हुआ। कहता है सुनील, लूट की झूठी प्राथमिकी दर्ज करने वाले सुनील बताते हैं कि उसकी पत्नी बीमार है। उस पर हो रहे खर्च की भरपाई वह नहीं कर पा रहा था। उसके पिताजी पेशे से मजदूर हैं। उसकी तीन लड़कियां हैं। जिनका पालन पोषण वह किसी तरह टोटो चलाकर करता है। उसने यह पूरी सच्चाई पुलिस के समक्ष कबूला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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