जब शराबबंदी लागू की तो लोग कहते थे टूरिस्ट लोगों की कमी हो जाएगी, लेकिन शराबबंदी के बाद बिहार में टूरिस्ट बढ़ गए हैं- मुख्यमंत्री

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स्टेट डेस्क: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि राज्य में बाल विवाह, दहेज प्रथा के खिलाफ और शराबंदी को लेकर अभियान तो चल रहा है, लेकिन इसे थमने नहीं देना है। इसे निरंतर जारी रखना है।  वे भागलपुर के हवाई अड्डा मैदान में समाज सुधार अभियान के तहत जीविका दीदियों के साथ संवाद कर रहे थे।

मुख्यमंत्री  ने कहा कि जब शराबबंदी लागू की तो लोग कहते थे टूरिस्ट लोगों की कमी हो जाएगी। लेकिन शराबबंदी के बाद बिहार में टूरिस्ट बढ़ गए हैं। टूरिस्ट शराब पीने नहीं यहां चीजों को देखने आते हैं। शराबबंदी लागू होने के बाद एक करोड़ 60 लाख लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जहरीली शराब पीने से कुछ लोग मर गए तो शराबबंदी कानून पर लोगों ने सवाल उठाए। लेकिन मौत तो शराब पीने से हुई थी। उस घटना के बाद हमने समाज सुधार अभियान चलाने का निर्णय लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 2016 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी एक रिपोर्ट के हवाले से शराब के दुष्प्रभावों से लोगों को अवगत कराया।

मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से आह्वान किया कि बाल विवाह के खिलाफ, दहेज प्रथा के खिलाफ, शराब के  खिलाफ जो अभियान चल रहा है, इसे निरंतर आगे बढ़ाएं। अपने 50 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री ने शराबबंदी के फायदे गिनाए तो शराबबंदी का विरोध करने वाले लोगों पर तंज भी कसा। साथ ही उन्होंने अपने शासनकाल में किये गये विकास कार्यों को भी याद दिलाया।