कानपुर, बीपी डेस्क। आप अगर देश में ओमिक्रॉन वाली कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने से तसल्ली से बैठे हैं तो सावधान हो जाइए। दो बार कोरोना को लेकर सटीक दावे कर चुके IIT कानपुर ने चौथी लहर आने की तारीख बता दी है। नई कैलकुलेशन के मुताबिक देश में 22 जून से चौथी लहर शुरू हो जाएगी। 23 अगस्त तक यह पीक पर पहुंचेगी और कम से कम अक्टूबर तक चलेगी।
IIT कानपुर का इससे पहले देश में तीसरी लहर को लेकर जारी अनुमान भी सही साबित हुआ था। आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि चौथी लहर कब आएगी, इसका आकलन करना अभी मुश्किल है। जब चौथी लहर की शुरुआत होगी, तब इसके फैलाव और पीक का आकलन किया जा सकेगा।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि देश में 90 फीसदी लोगों में प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता (नेचुरल इम्युनिटी) विकसित हो गई है और वैक्सीनेशन भी लगभग पूरा हो रहा है। इसलिए वायरस का नया म्यूटेंट बहुत अधिक खतरनाक होने के बाद भी स्थिति भयावह नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि 22 जून से कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका का सूत्र मॉडल ने आकलन नहीं किया है। इसकी आशंका संस्थान के अन्य वैज्ञानिकों ने दूसरे मॉडल के आधार पर जताई है। प्रो. अग्रवाल अपने गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर कोरोना की पहली, दूसरी व तीसरी लहर का आकलन कर चुके हैं। इनका आकलन सही साबित हुआ है।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि जब तक चौथी लहर की शुरुआत नहीं होगी, तब तक मॉडल के आधार पर आकलन नहीं किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ओमिक्रोन में तेजी से इंफेक्शन हो रहा था, उसने वैक्सीन से जनरेट इम्युनिटी को भी बाईपास कर दिया था लेकिन नेचुरल इम्युनिटी को बाईपास नहीं कर सका। तब तक 80 फीसदी लोगों में नेचुरल इम्युनिटी जनरेट हो गई थी।