बेतिया : वन्य जीव तस्करी का खुलासा, 205 कछुए बरामद

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बेतिया/अवधेश कुमार शर्मा। पश्चिम चम्पारण जिला में अभी तक शराब, गुटखा, पॉलीथिन, लॉटरी व अन्य नारकोटिक्स के पीछे पुलिस को देखा गया और खबरें प्रकाशित हुई हैं। अलबत्ता राजकीय रेल पुलिस नरकटियागंज की सफलता के बाद प्रतिबंधित वन्यजीवों की तस्करी का मामला उजागर हुआ है।

राजकीय रेल पुलिस पर यूँ तो कई प्रकार के आरोप प्रत्यारोप लगते रहे हैं, परंतु राजकीय रेल पुलिस नरकटियागंज थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने प्रशंसनीय कार्य किया है, उसकी चर्चा नहीं करना बेईमानी होगी। उल्लेखनीय है कि पश्चिम चम्पारण जिला में ताल-तलैया (पोखरा), नदियाँ पर्याप्त है। गण्डक और बूढ़ी गण्डक जैसी नदियाँ भी हैं। गण्डक नदी के मगरमच्छ और अन्य वन्यजीवों पर देश ही नहीं विदेश के तस्करों की वक्र दृष्टि पहले से है।

बिहार का सबसे बड़ा ब्याघ्र अभ्यारण्य वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना(वीटीआर) के प्राकृतिक संपदा पर देश व विदेश के तस्करों की निगाहें हैं। विशेष ध्यान देने योग्य है कि भारत-नेपाल की खुली सीमा होने के कारण तस्कर व विदेशी एजेंसियों के प्रतिनिधियों के लिए यह क्षेत्र सर्व सुलभ है। इसके पूर्व वन्य जीवों के अंग, मनुष्य की खोपड़ी व अतिदुर्लभ जड़ी बूटियाँ बरामद की जा चुकी हैं।

राजकीय रेल पुलिस की सक्रियता का परिणाम यह कि बोरे में शराब की बोतल की जगह कछुआ बरामद कर लिया गया। थानाध्यक्ष संतोष कुमार के हवाले से बताया गया है कि सत्याग्रह एक्सप्रेस 152704 में रुकी तो नरकटियागंज में सघन जांच अभियान के क्रम में 205 अदद जीवित कछुआ बरामद किया गया। इस दौरान जैसे लावारिस स्थिति में शराब की बोतलें बरामद होती रही हैं, कछुआ भी बरामद हो गया। वन्य जीवों के तस्कर व उनके कैरियर दोनों कछुआ तस्करी के क्रम में गिरफ्तार नहीं हो सके हैं।

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इस बरामदगी ने यह सिद्ध कर दिया है कि वीटीआर प्रशासन निश्चित रुप से सक्रिय रहकर वनौषधि व वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इस घटना ने साबित कर दिया है कि मुज़फ़्फ़रपुर-नरकटियागंज-गोरखपुर-रक्सौल-दरभंगा रेलखण्ड अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों व तस्करों के निशाने पर है। जिसका माध्यम दो पहिया, तीन पहिया, चार पहिया वाहन, बस, ट्रक, ट्रैक्टर व ट्रैन हो सकते हैं। अब पुलिस, सुरक्षा से जुड़े संस्थान व सीमा पर सशस्त्र सीमा बल को विशेष चौकस रहने की आवश्यकता है। नरकटियागंज राजकीय रेल पुलिस नरकटियागंज के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बरामद कछुआ वन विभाग को सुपुर्द कर दिया है।