बलिया/मंझौल/बेगूसराय/बीपी टीम। यूक्रेन के युद्ध में फंसा जिले के बलिया का छात्र व मंझौल की छात्रा सकुशल घर लौट गई है। बलिया का छात्र मोहम्मद मोदस्सिर यूक्रेन में फंसा हुआ था, जिसको लेकर परिवार के लोग चिंता में डूबे हुए थे। सोमवार की रात में वह सकुशल अपने घर बड़ी बलिया वापस आ गया।
घर आने पर घर के लोग में जबरदस्त खुशी की लहर दौड़ गई है। बीते 12 दिनों से पूरा घर परिवार के लोग सदमे में डूबे हुए थे। बलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़ी बलिया निवासी माले के नेता मोहम्मद नूर आलम का पुत्र इंजीनियरिंग का छात्र मोहम्मद मोदस्सीर (24) यूक्रेन के खारकीव में तीन साल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पढ़ रहा था। इंजीनियरिंग का कोर्स 3 माह के बाद पूरा होना था।
इसी बीच में रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हो जाने के कारण यूक्रेन के खारकीव में किसी तरह से बंकर में छुप कर अपने दर्जनों साथियों के साथ रह रहा था। जबकि उसके आसपास भी 50 मीटर की दूरी पर कई बम ब्लास्ट हुए थे। जिससे काफी दहशत में जी रहा था। अपने खर्च से खर्कीव से रोमानिया बॉर्डर तक 4 मार्च को पहुंचा। इसमें लगभग ₹72000 का खर्च आया है। रोमानिया बॉर्डर से दिल्ली और दिल्ली से पटना से लेकर घर तक भारत सरकार एवं बिहार सरकार के सहयोग से सही सलामत घर पहुंचते ही घर वाले और गांव वाले खुशी से झूम उठे हैं।
घटना की आपबीती सुनाते हुए मोहम्मद मोदस्सीर ने बताया के इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी से लगभग एक साथ 127 विद्यार्थी चले थे। जबकि दिल्ली तक कुल खारकीव से विद्यार्थियों की संख्या 260 थी। दिल्ली से बिहार तक में चार विद्यार्थी के साथ आए। उन्होंने बताया कि खर्कीव से बस के रास्ते से रोमानिया बॉर्डर 4 तारीख को निकला था। पांच मार्च की रात में रोमानिया बॉर्डर पहुंचा। 6 को फ्लाइट से निकला और 7 को 12 बजे दिन में दिल्ली पहुंचा।
इस बीच में रोमानिया और यूक्रेन के बीच की यात्रा में 2 दिनों तक खाना पीना कुछ भी नसीब नहीं हुआ। यहां तक के अपने खर्च से रोमानिया तक आने के लिए ट्रेन की कोई सुविधा नहीं थी। मोहम्मद मुदस्सिर ने बताया कि यूक्रेन की हालत ठीक हो जाने के बाद अपनी बचे हुए पढ़ाई को पूरा करने के लिए फिर से जा सकते हैं। बताते चलें कि बलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत 2 विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हुए थे दोनों की सकुशल वापसी हो गई है जिस पर बलिया प्रशासन ने काफी राहत की सांस ली है और दोनों परिवार के प्रति खुशी जाहिर किया है।
बलिया एएसपी रोहित कुमार, बीडीओ सुधीर कुमार, सीओ चंदन कुमार, बलिया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार ने दोनों विद्यार्थी मोहम्मद शायान मेडिकल छात्र एवं मोहम्मद मुदस्सिर इंजीनियरिंग के छात्र के सकुशल घर वापसी पर राहत की सांस ली है। मोहम्मद महबूब आलम, बलिया व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश सिंह, मोहम्मद मुनव्वर, माले नेता दिवाकर कुमार, इंद्रदेव राम, वार्ड पार्षद मोहम्मद फ़रोग़ रहमान इंजीनियर के छात्र मोहम्मद मोदस्सीर को और उनके परिवार को सकुशल वापसी पर बधाई दी है।
इधर, सोमवार को मंझौल वासियों के बीच उस वक्त खुशी की लहर दौड़ गई। जब रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के बीच यूक्रेन के बोगोमोलेट्स नेशनल मेडिकल विश्वविद्यालय में अध्ययनरत मंझौल की बेटी सकुशल घर पहुंची। मंझौल ओपी क्षेत्र के मंझौल पंचायत 03 निवासी कन्हैया प्रसाद सिंह की पुत्री ऋतु तनीषा सकुशल घर पहुंच गई है। परंतु युद्घग्रस्त देश की विभिषिका, भय और दहशत भरे माहौल का भाव उसके चेहरे पर साफतौर पर देखा जा रहा है।
यूद्धभूमि की आंखों देखी हाल बताते हुए ऋतु सहम जाती है। सरकार की मदद के सवाल पर ऋतु ने बताया युक्रेन से निकलने मे काफी मशक्कतों का सामना करना पड़ा। वहां से निकलकर रोमानिया पहुंचने के बाद ही भारत सरकार की सहायता मय्यसर हो सकी, परंतु अपने आंखों के सामने दो तीन बैचमेट के शहादत की बात बताते हुए सवालिया लहजों में सरकार को कोसते हुए नजर आईं।
ऋतु का कहना था कि सरकार पहले से हम लोगों को वहां से निकालने का प्रयास करती तो इस तरह की परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ता। ऋतु ने बताया यूक्रेन से निकलने में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिल रही थी। जबकि बाहरी लोगों को रोक दिया जाता था। बहरहाल ऋतू के घर पहुंचने पर मंझौल में खुशी की लहर दौड़ गई। इधर परिजनों ने सरकार एवं प्रशासन के सहयोग की सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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