स्टेट डेस्क: रूस और यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच बुधवार को कुछ आशावादी संकेत मिले हैं. बुधवार को रूस ने कहा है कि उसका मकसद यूक्रेन सरकार को हटाना नहीं है. रूस ने यह भी कहा कि यूक्रेन के साथ बातचीत में कुछ प्रगति हुई है. बता दें दोनों देशों के बीच बातचीत के अब तक तीन दौर हो चुके हैं.
रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा, “कुछ प्रगति हुई है. “समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक अधिकारी तीन दौर की बातचीत का जिक्र कर रही थी. ज़खारोवा ने कहा कि रूसी सेना को “मौजूदा सरकार को उखाड़ फेंकने” का काम नहीं सौंपा गया था.
हो सकती है चौथे दौर की बातचीत
एजेंसी आरआईए ने बताया कि गुरुवार को रूसी और यूक्रेनी विदेश मंत्रियों के बीच बैठक के बाद रूस और यूक्रेन के बीच चौथे दौर की वार्ता होने की संभावना है.
रूस की पश्चिम को चेतावनी
इससे पहले रूस ने बुधवार को पश्चिम को चेतावनी दी कि वह उस पर लगाए गए प्रतिबंधों के लिए व्यापक प्रतिक्रिया पर काम कर रहा है जो पश्चिम के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में तेजी से और महसूस किए जाएंगे. विदेश मंत्रालय के आर्थिक सहयोग विभाग के निदेशक दिमित्री बिरिचेव्स्की ने आरआईए समाचार एजेंसी के हवाले से कहा, “रूस की प्रतिक्रिया तेज, विचारशील और संवेदनशील होगी.”
जेलेंस्की ने किया ब्रिटिश संसद को संबोधित
इससे पहले मंगलवार को वीडियो लिंक के जरिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में ‘‘ऐतिहासिक’’ भाषण दिया. उन्होंने ब्रिटेन के सांसदों से रूस को ‘‘आतंकवादी राष्ट्र’’ घोषित करने का अनुरोध किया और मॉस्को पर सख्त प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया ताकि ‘‘यह सुनिश्चित किया जा सके कि हमारा देश सुरक्षित रहे.’’यह पहली बार था जब किसी विदेशी नेता ने हाउस ऑफ कॉमंस में सांसदों को सीधे संबोधित किया है.