धनबाद/बीपी प्रतिनिधि। राष्ट्रीय विधि सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर शनिवार को धनबाद कोर्ट में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें 11 हजार 41 विवादों का निपटारा कर कुल एक करोड़ 35 लाख, तीन हजार 600 रुपये की रिकवरी की गई।
मौके पर पांच लोगों के बीच मुआवजे के एक करोड़ 29 लाख रुपये का भुगतान किया गया। नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकार धनबाद के चेयरमैन सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा, फैमिली जज तौफीकुल हसन, बार अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय एवं महासचिव जीतेन्द्र कुमार ने किया।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह चेयरमैन डालसा राम शर्मा ने कहा कि हमारा संविधान हर लोगों को सामाजिक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है। नेशनल लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पूरी करने के दिशा में एक कदम है।
उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है। इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है। इसके साथ ही प्रेम और सौहार्द आपस में फिर से बन जाते हैं। लोगों मे प्रेम. शाति, समृद्धि और समरसता बनी रहे यही इस लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है।
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उन्होने कहा की लोक अदालत में किसी पक्ष की हार नहीं होती बल्कि दोनों पक्ष जीतकर जाते हैं। क्योंकि इसमें विवादों का निपटारा पक्षकारों की रजामंदी से किया जाता है। उन्होंने कहा कि 23 नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह मे किया जा रहा है।