शिवहर/रविशंकर सिंह। रविवार को प्रातः 9 बजे विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता ई.श्रवण कुमार ठाकुर ने नवोदय विद्यालय का दौरा किया। जहां के विद्युत आपूर्ति सुविधाओं का अवलोकन करते हुए नवोदय विद्यालय के प्राचार्य प्रमोद मिश्र के साथ वर्ग संचालन एवं छात्रों का संबोधन किए । प्राचार्य मिश्रा ने बताया कि नवोदय विद्यालय भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री मंत्री राजीव गांधी की महत्वकांक्षी योजना है।
जब वे देहरादून से शिक्षा प्राप्त कर के लौटे थे तो उन्होंने ने यह निर्णय किया था कि जिस तरह की शिक्षा सुविधा मुझे मिली है ठीक उसी तरह की सुविधा हमारे देश के प्रतिभावान छात्रों को मिलने चाहिए।जब वे प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के अनुसार भारत सरकार ने जवाहर नवोदय विद्यालय प्रारम्भ किया था। प्रत्येक जिलों में आवासीय विद्यालयों की अवधारणा ‘नई शिक्षा नीति’ 1986 के अंतर्गत प्रकट हुई।
सर्वप्रथम ऐसे विद्यालय प्रयोग हेतु खोले गए, वर्तमान में इन विद्यालयों की कुल संख्या 661 हो गई है। वर्तमान में जवाहर नवोदय विद्यालय 27 राज्यों और 8 संघ शासित राज्यो में संचालित है। यह सह-शिक्षा आवासीय विद्यालय है, जिन्हे एक स्वायत्त संगठन ‘नवोदय विद्यालय समिति’ के ज़रिए भारत सरकार द्वारा संचालित सम्पूर्ण वित्तीय सहायता प्राप्त है।
नवोदय विद्यालय में प्रवेश, ‘जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा’के माध्यम से कक्षा 6 में की जाती हैं। इन द्यालयों में कक्षा 8 तक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा अथवा क्षेत्रीय भाषा है। परन्तु गणित और विज्ञान के लिए माध्यम अंग्रेज़ी है, और सामाजिक विज्ञान के लिए माध्यम हिन्दी है। जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मण्डल की कक्षा 10 और 12 की परीक्षा में सम्मिलित होते हैं।
प्रत्येक नवोदय विद्यालय एक सह-शैक्षणिक आवासीय संस्थान है जो छात्रों को मुफ्त बोर्डिंग और लॉजिंग, मुफ्त स्कूल यूनिफॉर्म, पाठ्य पुस्तकें, स्टेशनरी, और मुफ़्त रेल और बस किराया प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि देश के गरीब प्रतिभावान छात्रों को देश के छविपटल पर लाने वाली नवोदय विद्यालय एक मशीन है। आज देश के कई बड़े से बड़े पद पर नवोदय विद्यालय के छात्र शुशोभित है जो किसी निजी संस्था के छात्रों केलिए आसान नही होता है।मौके पर कनीय विद्युत अभियंता शिवहर एनके मौर्या एवं सम्पूर्ण विद्युत टीम मौजूद थी।
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