कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पारिवारिक पत्रिका कान्यकुब्ज मंच के तत्वावधान में आज किदवई नगर स्थित कार्यालय में होली काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कोरोनाकाल में प्रवासी श्रमिकों की अपने गांव वापसी की व्यथा पर कवि राजेन्द्र अवस्थी की पंक्तियों ‘थम गया संसार सारा, हर तरफ भय का नजारा, हम ने अपना खून देकर जिस शहर को था संवारा। आज उसकी बेरुखी पर हम डगर में हैं, भूखे नंगे पांव गांव के सफर में हैं।’ ने सबको झकझोर दिया।
वहीं अशोक बाजपेयी ने ‘कौन है जो धारा पर पौधे उगाता है, कौन खेतों में अन्न उपजाता है’ रचना सुनाई। अनिता मौर्य, अशोक शास्त्री, डॉ. प्रदीप मिश्र आदि ने काव्य पाठ कर सभी का मन मोह लिया। गोष्ठी का संचालन नगर के वरिष्ठ कवि अशोक शास्त्री ने किया।
वरिष्ठ कवि, गीतकार व साहित्यकार सुनील बाजपेयी को शारदा सम्मान से सम्मानित किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता प्रमोद नारायण मिश्र ने की। पत्रिका के प्रबंध संपादक विष्णु पांडे ने आभार व्यक्त किया ।पत्रिका के संपादक आशुतोष पांडेय ने मंच के 35 वर्षो की अनवरत प्रकाशन यात्रा के बारे में जानकारी दी।
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