स्टेट डेस्क / पटना : भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि समस्तीपुर के बाद अब भाजपा-आरएसएस बेगूसराय में साम्प्रदायिक उन्माद भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, और इसके मास्टर माइंड कोई और नहीं बल्कि वहां के स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह हैं. उन्होंने नीतीश कुमार से अपील की है कि ऐसे उन्मादी ताकतों पर अविलम्ब लगाम लगाएं, वरना बिहार को नफरत व हिंसा की आग में झुलसने में देर नहीं लगेगी.
उन्होंने आम लोगों से आह्वान किया कि भाजपा-संघ परिवार के द्वारा दंगा भड़काने की हर कोशिश को नाकाम करें और समाज में शांति और सौहार्द बनाये रखें. उन्होंने सरकार और प्रशासन से सभी दोषियों को अविलम्ब गिरफ्तार करने की मांग की.
बेगूसराय, रजौड़ा में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ की गई हिंसा एक सोची समझी योजना का हिस्सा है. आज 20 मार्च को माले जिला सचिव दिवाकर कुमार के नेतृत्व मे चन्द्रदेव वर्मा, बैजू सिह, दीपक सिन्हा, राजेश श्रीवास्तव, मो इसराफील, मो मोब्बसीर, मो फहीम, नूरूल इस्लाम जिम्मी, सोनू फर्नाज, मोहित मोहन की टीम रजौड़ा पहुंची और उपर्युक्त घटना के मामले में स्थानीय लोगो से जानकारी ली.
जांच टीम ने कहा कि उन्मादी बयान देनेवाले सांसद गिरीराज सिह के उपर मुकदमा दर्ज कर जिला प्रशासन अविलंब गिरफ्तार करे. साथ ही साम्प्रदायिक घटना के सूत्रधार नीरज कुमार सिह (गाधी) एवं पूर्व मुखिया टुनटुन सिह की शीघ्र गिरफ्तारी हो.
12 मार्च 2022 को लगभग 11 वर्षीय बच्चा मोहम्मद चांद चापाकल में पानी पी रहा था. दो बच्चों में इसी बात को लेकर मारपीट हुई. हालांकि बड़ों के हस्तक्षेप के बाद बात वहीं समाप्त हो गई थी, लेकिन भाजपा-आरएसएस के लोगों ने फिर योजनाबद्ध तरीके से 18 मार्च यानी होलिका दहन की शाम में उसी बच्चे मो. चांद को पकड़ लिया. नीरज सिह (गांधी ) ने उसके साथ मारपीट की और बांध दिया. इस घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय मुखिया और सरपंच वहां पहुंचे, जो अल्पसंख्यक समुदाय के ही हैं, तो उनलोगों के साथ भी मारपीट की गई. मामला तूल न पकड़ ले इसलिए वे लोग लौट गए. बच्चा नीरज सिंह के ही कब्जा में रहा. बाद में पुलिस बच्चे को रात में साथ ले गई.
19 मार्च को स्थानीय भाजपा सांसद केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने रजौड़ा जाकर उकसावापूर्ण वक्तव्य दिया और साम्प्रदायिक तत्वों को ललकारा. उनके लौटने के साथ पुनः साम्प्रदायिक तत्वों ने नीरज सिंह और पूर्व मुखिया टुनटुन सिह की अगुवाई में मो. चांद के पिता महफूज, जो दर्जी हैं, के उपर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें दर्जनो लोग घायल हो गए.
गिरिराज सिंह के कारण ही फिर विवाद बढ़ गया. अभी तक 12 लोग घायल हो चुके हैं. स्थिति पर प्रशासन को तत्काल नियंत्रण स्थापित करना चाहिए.