स्टेट डेस्क/पटना। राजधानी पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस के मौके पर आयोजित विशेष कार्यक्रम का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने के तीन साल बाद इस बार यह आयोजन हो रहा है और गांधी मैदान गुलजार है। बिहार दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान का नजारा देखते ही बन रहा है। रंग-बिरंगी रोशनी के बीच बने आकर्षक स्टाल और तमाम तरह की झांकियां लोगों को बिहार के गौरव का अहसास करा रही हैं। मंगलवार से शुरू हुआ बिहार दिवस कार्यक्रम 24 मार्च तक चलेगा।
इस दौरान जहां गांधी मैदान के मुख्य मंच पर कैलाश खेर, रेखा भारद्वाज और सुखविंदर सिंह अपनी प्रस्तुति से शमां बांधेंगे, वहीं श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में मेहमूद फारुखी की कर्ण कथा, अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन को गजल तो वहीं सुरेंद्र शर्मा ठुमरी की प्रस्तुति देंगे। गांधी मैदान में वीआईपी पवेलियन, किलकारी पवेलियन, जन शिक्षा पवेलियन और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति के लिए सांस्कृतिक पवेलियन बनाए गए हैं।
कार्यक्रम की संबोधित करते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने स्वतंत्रता आंदोलन में बिहार की भूमिका की चर्चा की। उन्होंने मुजफ्फरपुर में क्रांतिकारी घटना को अंजाम देने वाले खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी से लेकर दादा भाई नौरोजी को याद करते हुए बताया कि कैसे बिहार का योगदान अहम रहा। इसके साथ ही बिहार के स्थापन दिवस कार्यक्रम मनाने की शुरुआत करने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया।
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विजय चौधरी ने कहा कि बिहार के लिए 22 मार्च की तारीख बेहद अहम है, लेकिन किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री बनने के बाद 22 मार्च के महत्व को समझा और आम लोगों के सामने बिहार की गौरवशाली परंपरा को स्थापित किया।