नालंदा : तेजाब कांड के पीड़ित परिवार से कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने की भेंट, परिजन को दी सांत्वना

नालंदा

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय: आज जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में एक जांच टीम पिछले 18 तारीख़ को हिलसा में घटित तेज़ाब कांड को लेकर नदहा गांव का दौरा कर मृतक बिरेश राम चंद्रवंशी के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी।

जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार ने प्रत्यक्षदर्शियों एवं ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कहा कि इस तरह की अमानवीय घटना की जितनी भी निंदा की जाय कम है। उन्होंने घटना के बाद की पुलिसिया कार्यवाही पर भी असंतोष व्यक्त किया। कहा कि एक तो घटना के बाद सूचना मिलने के उपरांत भी समय पर पुलिस का नहीं पहुंचना कहीं न कहीं पुलिस की नाकामी को दर्शाता है।

ग्रामीणों के द्वारा जिस तरह की बात बतायी जा रही है उससे साफ साफ पता चलता है कि यदि समय रहते हिलसा के थानेदार द्वारा इस बात को संज्ञान में लिया जाता तो घटना को रोका जा सकता था। ग्रामीण महिलाओं के द्वारा बताया गया कि पुलिस के द्वारा बुजुर्ग महिलाओं को घर में घुसकर दौड़ा दौड़ा कर पिटा गया। बूढ़ी महिलाओं को मुर्ग़ा तक बनाया गया।

दूसरी तरफ जिस तरह से सामंतवादी प्रवृति के लोगों के द्वारा एक गरीब ठेला चलाकर गुज़र बसर करने वाले को घर से बुलाकर सरेआम अपने टोले में ले जाकर ज़िन्दा ही उसके शरीर पर तेजाब डालकर उसे बेरहमी से जलाकर मार डाला गया और उल्टे पुलिस से मिलकर उन ग़रीबों पर ही मुक़दमा करके उनके घरों में घुस घुस कर पुलिस और सामंतवादियों के द्वारा उन्हें पिटा जाना और खुद उनकी ही सुरक्षा में पुलिसकर्मी को लगाना जिन्होंने ऐसा जघन्य अपराध किया हो यानी जानबूझकर पुलिस के द्वारा हत्यारों को संरक्षण दिया जा रहा है।

राजगीर के पूर्व विधायक रवि ज्योति ने कहा कि जिस तरह की घटना नदहा गाँव में घटी है उससे यह साफ दिखता है कि नालन्दा में अभी भी अंग्रेज के जमाने वाली पुलिसिया शासन चल रही है। हिलसा थाना के द्वारा जान बूझकर मुदालय को संरक्षण दिया जाना और मुदई के परिवार वालों को झूठे मुक़दमे में फँसाना यह हिलसा के थानेदार की विपरीत मानसिकता को दिखाता है। उन्होंने ग्रामीणों से जानकारी लेने के बाद मीडिया को बताया की हिलसा थानेदार के द्वारा जो झूठा मुक़दमा किया गया है।

जिला कांग्रेस नालन्दा की टीम ने नालन्दा के आरक्षी अधीक्षक से अविलम्ब हिलसा के प्रभारी थाना प्रभारी को हटाने एवं केस की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जिलाध्यक्ष के द्वारा जांच कमिटी में ओम् प्रकाश राही, उदय कुशवाहा, मामूनुर रशिद फ़वाद अंसारी आश्वनि गौरव महताब आलम, गुड्डु सरबेंद्र कुमार राजेश्वर प्रसाद राजीव कुमार एवं शिवनाथ चौधरी उपस्थित थे।