स्टेट डेस्क/लखनऊ। मार्च और जुलाई के बीच 72 सदस्य राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इनमें कांग्रेस के एके एंटनी, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, अंबिका सोनी, भाजपा के सुरेश प्रभु, सुब्रमण्यम स्वामी, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, शिवसेना के संजय राउत एवं राकांपा के प्रफुल्ल पटेल सहित कई अन्य सदस्य शामिल हैं।
सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, और आरसीपी सिंह जैसे मंत्री भी शामिल हैं। इस मौके पर आज गुरुवार को सेवानिवृत्त सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, उप सभापति हरिवंश और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ फोटो खिंचवाई।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों के बेहतर भविष्य की कामना करते हुए उनसे आग्रह किया कि वे अपने अनुभवों को चारों दिशाओं में ले जाएं और अपने योगदानों को कलमबद्ध कर देश की भावी पीढ़ी को प्रेरित करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो सदस्य सेवानिवृत्त हो रहे हैं उनके पास अनुभव की बहुत बड़ी पूंजी है और कभी-कभी ज्ञान से ज्यादा अनुभव की ताकत होती है।
अनुभव से गलतियों में कमी आती है। सदस्यों का अनुभव देश की समृद्धि में बहुत काम आएगा क्योंकि उन्होंने एक लंबा समय सदन की चारदिवारियों में बिताया है। इस सदन में देश की कोने-कोने की भावनाओं का प्रतिबिंब, वेदना और उमंग सबका एक प्रवाह बहता रहता है। कांग्रेस नेता ने पी. चिदंबरम के रिटायरमेंट पर खड़गे ने कहा कि वह आर्थिक मामलों और कानूनी मसलों के बड़े ज्ञाता रहे हैं।
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राज्य सभा में उन्होंने हमेशा बेहद संजीदगी के साथ अपनी बात रखी थी। शायराना अंदाज में खड़गे ने कहा कि आपके साथ कुछ लम्हे और कई यादें बतौर इनाम मिले, आपके साथ सफर पर निकले और अनुभव तमाम मिले। कांग्रेस के नेता ने कहा कि राजनीतिक शख्स कभी रिटायर नहीं होते हैं। आप मजबूती से रहिए, हम सदैव आपके साथ रहेंगे।