स्टेट डेस्क: राजधानी पटना में आज से डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो का परिचालन बंद हो गया है। सड़कों पर केवल सीएनजी से चलने वाले ऑटो और ई रिक्शा ही देखने को मिल रहे हैं। परिवहन विभाग का सख्त निर्देश है कि डीजल और पेट्रोल वाले ऑटो अगर आज से सड़कों पर चले तो जुर्माना भरना ही होगा साथ में वाहन को भी जब्त कर लिया जाएगा। इससे डीजल-पेट्रोल चलाने वाले ऑटो चालक परेशान हैं। उनका कहना है कि कोरोना के बाद आर्थिक स्थिति बदतर है ऐसे में यह निर्णय उनके लिए और नुकसानदेह होगा।
आंदोलन को तैयारी में ऑटो चालक
डीजल और पेट्रोल से चलने वाले ऑटो के ड्राइवरों से जब भास्कर ने इस बातचीत की तो पता चला ऑटो चालक निराश तो हैं ही, साथ ही उनके अंदर सरकार के खिलाफ आक्रोश भी भरा था।
चालक सुखदेव प्रसाद ने बताया कि हमलोग पिछले दो साल से कोरोना के कारण मर रहे थे। जैसे-तैसे कर्ज लेकर परिवार चला रहे थे। अब ऑटो चलाकर सारा कर्जा चुकाना चाह रहे थे। लेकिन सरकार ने ऐसा निर्णय ले लिया है जब हमारे पास पैसे नहीं हैं। इस तंगी हालत में सीएनजी ऑटो की ख़रीदारी कैसे करें। हमलोग तो पूरी तरह बरबाद हो चुके हैं। अब हमलोग धरने पर बैठेंगे और सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे।
दूसरे चालक ने कहा कि सरकार ने जब ये निर्देश दिया था तो कोरोना की वजह से दो साल उसी में समय निकल गया। तो हमलोग सीएनजी वाला ऑटो नहीं ले पाए। अभी तो खाने में मुसीबत हो रही है। बच्चों की पढ़ाई नहीं करवा पा रहे हैं। ऑटो चालक ने कहा कि अब ऑटो लेने के लिए सरकार लोन दे। नही तो बड़ा आंदोलन करेंगे।