नवादा/पंकज कुमार सिन्हा। नवादा के जिलाधिकारी यशपाल मीणा के आदेश के उपरांत शनिवार को नवादा नगर थाना में लाइसेंसी शस्त्रों का सत्यापन किया गया। जिलाधिकारी यशपाल मीणा द्वारा आनन-फानन में निकाले गए आदेश के बाद लोग किसी तरह मिली जानकारी पर सुबह 10 बजे शस्त्रों का सत्यापन कराने नगर थाना पहुंच गए। लेकिन वहां न तो थानाध्यक्ष उपलब्ध मिले और ना ही अंचल अधिकारी।
इन दोनों की अनुपस्थिति में लोगों ने जिलाधिकारी को फोन पर इसकी सूचना दी तो फिर से नगर थाना के सब इंस्पेक्टर उमाशंकर प्रसाद एवं जिलाधिकारी ने अंचल अधिकारी की अनुपस्थिति के जगह पर एक महिला राजस्व अधिकारी की तैनाती करते हुए सत्र का सत्यापन कराने का निर्देश दिया। जिसके आलोक में शस्त्रों का सत्यापन दोपहर बाद तीन बजे तक चलता रहा। लगभग 500 से अधिक शस्त्र धारकों ने अपने शस्त्र एवं कारतूस का अधिकारी के समक्ष सत्यापन कराया।
आनन-फानन में जारी आदेश के बाद बहुत सारे शस्त्र धारक सूचना नहीं मिलने पर शस्त्र का सत्यापन नहीं करा पाए। जिलाधिकारी ने रामनवमी त्योहार के साथ-साथ 4 अप्रैल को होने वाले बिहार विधान परिषद निकाय चुनाव को लेकर इस तरह का आदेश जारी किया था। आदेश के उपरांत जिला मुख्यालय के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों के थानों में भी किसी प्रकार शस्त्रों का सत्यापन कराया गया।
लेकिन प्रत्येक जगहों पर सूचना नहीं मिलने के कारण लाइसेंसी शस्त्र धारी अपने शस्त्रों का सत्यापन कराने से वंचित रह गए। ऐसे में आगे की कार्रवाई क्या होगी यह जिलाधिकारी ही बता पाएंगे। जिला शस्त्र शाखा द्वारा लाइसेंसी शस्त्र धारकों को शस्त्र सत्यापन की किसी भी प्रकार की सूचना आज ही नहीं पहले भी कभी नहीं दी जाती है। अखबारों में प्रकाशन के बाद या सोशल मीडिया पर पोस्ट पढ़कर ही लोग शस्त्र सत्यापन की जानकारी पाते हैं।
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