सेंट्रल डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “मैंने 2001 में गुजरात का भूकंप देखा है उसमें हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई। 1999 के उड़ीसा के सूपर साइक्लोन को देखा जिसमें 10,000 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई थी। आज हम उस मुकाम पर खड़े हैं जहां कितना भी बड़ा साइक्लोन आ जाए हम उससे निपट सकते हैं।”
अमित शाह ने कहा, “दुनियाभर के आपदा के क्षेत्र में NDRF ने अपना एक सिक्का जमाया है। कई बार पड़ोस के देशों में जाकर भी मानवता को दिखाने का काम किया है। भारत को विश्व तक पहुंचाने का भी काम किया है। 2000-2022 तक के समय में भारत ने ढ़ेर सारी यात्रा की है।”
NDRF के वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “तकनीक और विज्ञान के कारण आज सूचाएं हमें मिल जाती है वैसी स्थिति नहीं है कि अचानक हमें जानकारी मिलती है। हमें समय के पहले सूचनाएं मिलती है। जिस प्रकार की आपदा आने वाली है वहां लोगों को सजग करना जैसे काम पहले किए जाते हैं।”