बर्रा से गुम दरोगा के पुत्र का गुरुवार को सचेंडी नहर में लाश मिली। पुलिस और फोरेंसिक की मने तो हत्या करने के बाद लाश नहर में फेंक दी गई। लाश मिलने की जानकारी मिलते ही दरोगा ने मौके पर आकर जांच की। इकलौते बेटे के मौत की जानकारी मिलते ही घर में बवाल मच गया। उधर दरोगा के बेटे की हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने अनुसंधान के लिए कई टीमों को लगाया।
फोन पर बात करते हुए घर से निकला था : न्यू श्याम विहार दामोदर नगर बर्रा निवासी राकेश कुमार कानपुर देहात के भोगनीपुर थाने में दरोगा हैं। राकेश ने बताया कि उनका इकलौता बेटा ऋषभ उर्फ रौनी (23) महाराजपुर सरसौल के अपोलो इंस्टीट्यूट में बीटेक फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट था। बुधवार शाम करीब 4:50 बजे एक दोस्त का फोन आने पर बात करते हुए निकल गया था। देर शाम तक घर नहीं लौटा और फोन भी स्चिच ऑफ हो गया। काफी तलाश के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो दरोगा पिता भी कानपुर देहात से कानपुर पहुंच गए।
सुबह नौबस्ता थाने में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। दोपहर बात सचेंडी पुलिस ने वायरलेस सेट पर सूचना दी कि नहर में एक युवक का शव बरामद हुआ है। इधर नौबस्ता पुलिस ने परिजनों को नहर में मिले शव का फोटो दिखाया तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। नहर में मिला शव किसी और का नहीं उनके बेटे ऋषभ का था। परिवार के लोगों ने मौके पर जाकर शिनाख्त की और घर में कोहराम मच गया। एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि कॉल डिटेल के आधार पर चार संदिग्ध दोस्तों समेत अन्य को उठाया गया है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा होगा।
नजदीकी हत्याकांड में शामिल : एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि अब तक की जांच में सामने आया है कि किसी नजदीकी ने हत्याकांड को अंजाम दिया है। प्लानिंग के तहत दरोगा के बेटे का मर्डर हुआ है। कॉल डिटेल और जांच में कई अहम साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजा जाएगा। देर रात तक पुलिस की चार टीमें संदिग्धों के घर छापेमारी और पूछताछ में जुटी हैं।
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