सेंट्रल डेस्क: रामनवमी पर मध्य प्रदेश के खरगोन में हुई हिंसा पर किए गए अपने ट्वीट से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह मुश्किल में फंस गए हैं। उनके खिलाफ होशंगाबाद में FIR दर्ज हुई है। दरअसल कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने एक फोटो भी थी। उसे खरगोन में भड़की हिंसा का बताया गया, लेकिन बाद में उसे हटा दिया गया। इस पर बीजेपी ने दिग्विजय सिंह पर जानबूझकर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगाया।
इस बीच, एमपी सरकार ने दिग्विजय सिंह का ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करने की मांग की है। सरकार की ओर से ट्विटर को पत्र लिखा गया है। बीजेपी नेता और सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में हिंसा भड़काने की कोशिश की है। किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह जैसे लोग अपराधी हैं।
विश्वास सारंग दिग्विजय सिंह के ट्विटर को ब्लॉक करवाने के लिए जन अभिनायन चलाएंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आमजन से दिग्विजय सिंह के ट्विटर हैंडल की रिपोर्ट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बिगड़ने के लिए दिग्विजय सिंह ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं। ना सिर्फ बीजेपी बल्कि कांग्रेस नेता सोहन वाल्मीकि ने भी दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट कर पूछा कि दिग्विजय सिंह इस तस्वीर को प्रमाणित करें। मामले ने तूल पकड़ा। पुलिस ने बीजेपी की शिकायत पर दिग्विजय सिंह पर केस दर्ज कर लिया।