कानपुर, बीपी डेस्क : सेंट्रल बैंक आफ इंडिया, कराचीखाना के 11 लॉकरों से करोड़ों के जेवर चोरी होने के मामले में गठित एसआइटी में और फोर्स लगाई जाएगी। कोशिश है कि टीम का साईज दो गुना बड़ा कर दिया जाए। ताकी मामले का खुलासा जल्द से जल्द किया जा सके।
अभी चार सदस्यीय स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम मामले की जांच कर रही है, जिसे बढ़ाकर सात सदस्यीय किया जाना है। वहीं पुलिस ने आरोपितों के रिमांड के लिए अर्जी शुक्रवार को अदालत में दायर कर दी। शनिवार को इस पर बहस होगी।
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि बैंक लॉकर प्रकरण में पुलिस ने बैंक मैनेजर रामप्रसाद, लॉकर इंचार्ज शुभम मालवीय, लॉकर मेंटीनेंस कर्मचारी चंद्रप्रकाश, कनकराज और राकेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
वारदात में चार करोड़ के जेवर चोरी हुए हैं और बरामदगी केवल 487 ग्राम की हुई है। बाकी जेवरों की खोज के लिए सभी आरोपितों को दस दिनों के रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी पुलिस की ओर से डाली गई है, जिस पर शनिवार को बहस होगी। सभी आरोपितों से अलग-अलग पूछताछ व बरामदगी को देखते हुए एसआईटी के आकार को बढ़ाने का फैसला किया गया है। अभी तक एसीपी कोतवाली के नेतृत्व में एक इंस्पेक्टर व दो एसआई जांच में लगे हैं।
एक इंस्पेक्टर व दो एसआई और बढ़ाए जाएंगे। अगर रिमांड अवधि दस दिनों से कम मिली तो इंस्पेक्टर व एसआई की संख्या इससे भी ज्यादा हो सकती है।