नालंदा : जिले में 18-59 उम्र के लोगों को लगने लगी सतर्कता डोज

नालंदा

बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: जिले में रहने वाले 18-59 उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की मुफ्त सतर्कता डोज देने का सिलसिला शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को टीका केंद्रों पर अधिक से अधिक संख्या में लोगों को सतर्कता डोज देने के निर्देश जारी कर दिए हैं।

यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ राजेंद्र चौधरी ने दी। इसी के साथ बिहार देश का पहला राज्य बन गया, जहां 59 वर्ष तक की आयु वाले सामान्य लोगों को कोविड टीके की सतर्कता डोज मुफ्त और सरकारी स्वास्य्य केंद्र पर दी जा रही है। मुफ्त सतर्कता डोज के दायरे में 18-59 आयु वर्ग के सभी लोग आएंगे। प्रदेश में अब तक 60 से अधिक आयु वाले नागरिकों को मुफ्त सतर्कता डोज दी जा रही थी।

सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे देने के बाद गुरुवार से जिले में भी 18-59 आयु वर्ग के सभी लोग जिन्होंने कोविड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज ले ली और वैक्सीन लेने की नौ महीने की मियाद बीत चुकी है और इस बीच उन्हें कोरोना नहीं हुआ तो वे सतर्कता डोज ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि सतर्कता डोज देने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। तीसरी डोज देकर नागरिकों को कोविड के जोखिम से बचाए रखने की पहल की गई है।

जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रीकॉशन डोज की व्यवस्था उपलब्ध है। 60 साल या इससे ऊपर के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को डॉक्टरों की सलाह के आधार पर दूसरे डोज के 9 महीने या 39 हफ्ते बाद ही तीसरा डोज या बूस्टर डोज लगेगी। 9 महीना या 39 हफ्ते टीके की दूसरी डोज लगने वाली तारीख से माना जाएगा।

निर्भीक होकर कराएं टीकाकरणजिले के प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चौधरी ने कहा कि वैक्सीन की बूस्टर डोज को लेकर मन में किसी तरह का भ्रम नहीं पालें एवं अफवाहों से दूर रहें। क्योंकि, वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इसलिए, निर्भीक होकर सभी लोग वैक्सीनेशन कराएं। वैक्सीनेशन के दौरान सुरक्षा के हर मापदंडों का ख्याल रखा जा रहा है। ताकि, लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर पर सुरक्षा के मद्देनजर भी पुख्ता इंतजाम है ।

कोविड-19 के गाइडलाइन का हर हाल में पालन सुनिश्चित रूप से कराया जा रहा है। कोरोना से बचने के लिए जिन नियमों का पालन हम अभी कर रहे हैं, (जैसे- मास्क पहनना, छह फीट की सुरक्षित शारीरिक दूरी रखना और हाथ धोना), वैक्सीन लगने के बाद भी उन नियमों का पालन करते रहना जरूरी है। तभी वायरस से आप बचे रह सकते हैं।

ज्यादा सतर्क व सावधान रहने की है जरूरत संक्रमण के बढ़ते मामलों पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चौधरी ने कहा कि इससे घबराने की नहीं बल्कि सतर्क व सावधान होने की जरूरत है। हमें संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरतापूर्वक अमल करना होगा। कुछ दिनों से इसे लेकर हमारी लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही थी।

इसे नियंत्रित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के खतरों से बचाव के लिये टीकाकरण हमारे पास मजबूत विकल्प के रूप में मौजूद है। हमें इसके प्रति गंभीरता दिखानी होगी। पूर्ण टीकाकरण के जरिये हम इसका आसानी से मुकाबला कर सकते हैं। खास करके दूसरे व प्रीकॉशन डोज के टीका के प्रति हमें गंभीरता दिखानी होगी।