“राष्ट्र विरोध है अपराधिक मानसिकता में धर्म ढूंढना “
सेंट्रल डेस्क/ नई दिल्ली। आरएसएस के वरिष्ठ नेता और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने बीजेपी शासित नगर निकाय द्वारा दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में विवादास्पद अतिक्रमण विरोधी अभियान का शुक्रवार को समर्थन किया। उन्होंने कहा कि बुलडोजर का इस्तेमाल “गुंडों” और “आपराधिक मानसिकता” वाले लोगों पर किया गया।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की बौद्धिक शाखा हिंदुस्तान फर्स्ट हिंदुस्तानी बेस्ट के राष्ट्रीय संयोजक बिलाल उर रहमान और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका शालिनी अली द्वारा आयोजित इफ्तार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि देश भर में ‘असहिष्णुता’ का माहौल है।आरएसएस नेता ने कहा कि हम धर्म के नाम पर लड़ने और ऐसा अपराध करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ सभी धर्मों को स्वीकार किया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है। इसलिए, विभिन्न धर्मों और जातियों के लोगों को भाईचारे, प्रेम और शांति का संदेश देने के लिए एक-दूसरे को अपने त्योहारों पर आमंत्रित करना चाहिए।
अतिथियों में अल्पसंख्यक शैक्षिक संस्थानों के लिए राष्ट्रीय आयोग (एनसीएमईआई) के चेयरमैन न्यायधीश नरेंद्र कुमार जैन, कमेटी के सदस्य सरदार जसपाल सिंह और शाहिद अख्तर, जामा मस्जिद यूनाइटेड फोरम के प्रेसिडेंट याहिया बुखारी, वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अजय चौधरी, वरिष्ठ आईआरएस आरसी मीना, एनडीएमसी के डायरेक्टर मुकेश कुमार, अशोका यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर वेंकट कुमार, मंच के अध्यक्ष मोहम्मद अफजाल, मंच के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर माजिद तालिकोटी और गिरीश जुयाल, मेवात डेवलपमेंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन खुर्शीद रजाका, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मीडिया प्रभारी शाहिद सईद, दिल्ली एमआरएम से मोहम्मद साबरीन, इमरान चौधरी और निशा जाफरी, उत्तर प्रदेश से मजाहिर खान और तुषारकांत समेत अनेकों पुरुष, महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे। मौजूद लोगों में हर धर्म और समुदाय के लोग थे।
इस मौके पर संघ नेता ने हिंसाग्रस्त जहांगीरपुरी इलाके में कंक्रीट और अस्थायी ढांचों के ध्वस्तीकरण की आलोचना करने वालों को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि जो लोग गुंडों और आपराधिक मानसिकता वाले लोगों के धर्म की पहचान कर रहे हैं, वे संविधान विरोधी, राष्ट्र विरोधी और समाज विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि उन लोगों के यहां ही बुलडोजर चलाए गए हैं जो गुंडे हैं और आपराधिक मानसिकता रखते हैं।’
बीजेपी शासित नगर निकाय पर अतिक्रमण विरोधी अभियान के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाने वाले विभिन्न राजनीतिक दलों के बारे में आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य कुमार ने कहा कि जो लोग अपने धर्म की पहचान करने वाले गुंडों और अपराधियों के बारे में बात करते हैं, वे सभी राष्ट्र विरोधी, संविधान विरोधी और असामाजिक हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्म के नाम पर “गुंडों” को सुरक्षा प्रदान करने वाले “सामाजिक अपराधी” हैं।
कुमार ने जहांगीरपुरी और देश के अन्य हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा की हालिया घटनाओं के लिए भारत और विदेशों में “कुछ राजनीतिक और अन्य ताकतों” को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि वे देश का माहौल खराब करना चाहते हैं। आरएसएस नेता ने कहा, “ऐसा इसलिए है क्योंकि वे भारत में एकता और अखंडता, शांति, सद्भाव, भाईचारा, शिक्षा और प्रगति देखना पसंद नहीं करते हैं।”
उन्होंने कहा, विभाजन की रणनीति बनाई जा रही है, लोगों को फिर से एक-दूसरे में विभाजित किया जा रहा है, भले ही धर्म एक-दूसरे के खिलाफ दुश्मनी नहीं सिखाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों को हराने के लिए सभी राजनेताओं, सामाजिक और धार्मिक समूहों के नेताओं और बुद्धिजीवियों को आगे आना चाहिए और किसी भी धर्म के त्योहारों पर हमले की निंदा करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी राज्य सरकारों को सभी धर्मों के त्योहारों को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए हितधारकों के परामर्श से नए नियम और सलाह तैयार करनी चाहिए।
गौरतलब है कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का हर कार्यकर्ता अपने अपने स्तर पर एक दिन बड़े पैमाने पर इफ्तार का कार्यक्रम कर रहा है और इसके बाद ईद मिलन समारोह का कार्यक्रम होगा। इफ्तार और ईद मिलन समारोह कार्यक्रमों का मकसद है समाज के सभी तबके, समुदाय को जोड़ा जाना ताकि देश भर के लाखों लोगों तक इस पाक महीने में मुहब्बत और हुब्बुल वतनी (वतन परस्ती) का पैगाम पहुंचे। मंच का मकसद समाज में एकता, सद्भावना, भाईचारे को मजबूती देना है। इसमें समाज के हर धर्म, हर तबके, हर समुदाय, हर वर्ग से लोगों की शिरकत हो रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने निजामुद्दीन में इफ्तार कार्यक्रम किया था।
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