शिवहर/रविशंकर सिंह। डुमरी कटसरी प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय धनहारा में बाबू कुंवर सिंह के 240वीं जयंती को श्रद्धापूर्वक मनायी गयी। उनकी तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए शिक्षक न्याय मोर्चा के प्रदेश महासचिव अभय कुमार सिंह ने बाबू कुंवर सिंह के जीवन वृत्त पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि वास्तव में बाबू वीर कुंवर सिंह भारत की महान शख्सियत और अद्वितीय योद्धा थे।
उन्होंने दुनिया को अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व का लोहा मनवाया था। उन्होने 1857 ई के स्वतंत्रता संग्राम में बिहार का नेतृत्व करते हुए अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिया था । उन्होने कहा कि वास्तव में यह आश्चर्यजनक है कि 80 वर्ष की उम्र में अक्सर लोग शिथिल हो जाते हैं, लेकिन उस उम्र में तनिक भी अपनी परवाह नही करते हुए अंग्रेजों से लोहा लेते रहे और जब उनके एक हाथ में गोली लग गई तो दूसरे हाथ से उस हाथ को काटकर गंगा में प्रवाहित कर दिया, जो उनके अद्भूत साहस को दर्शाता है।
जिस पर कहा भी गया है ” 80 साल की हड्डी में जागा जोश पुराना था, सब कहते हैं कुंवर सिंह बड़ा वीर मर्दाना था” । उन्होने कहा कि बाबू कुंवर सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व से हमें प्रेरणा लेने की आवश्यकता है । यह देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। विधालय के सभी शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
यह भी पढ़ें…
कार्यक्रम की अध्यक्षता राघवेंद्र प्रसाद ने की। मौके पर शिक्षक अरुण कुमार, सुरेंद्र सिंह, चांदनी झा, रीता कुमारी तथा छात्रा रूबी कुमारी, नेहा कुमारी, विद्या रानी, आशीष कुमार, मयंक कुमार, हरे कृष्ण, अमन कुमार एवं आनंद कुमार समेत दर्जनों बच्चे उपस्थित थे।