मुजफ्फरपुर/बीपी प्रतिनिधि। सरैया प्रखंड पंचायत समिति की बैठक मे सदस्यों ने आज विभिन्न विभागों के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार को बढावा देने का आरोप लगाया। पंचायत समिति की बैठक प्रखंड कार्यालय स्थित सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में उपस्थित सभी पंचायत समिति सदस्यों, मुखिया एवं अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए स्थानीय विधायक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि अधिकारी, कर्मचारी यदि कमीशन के चक्कर में रहते हैं तो वे खुद की प्रतिष्ठा से खिलवाड़ कर रहे हैं।
प्रखंड कार्यालय को लूट-खसोट का अड्डा नहीं बनने दूंगा। अधिकारी कर्मचारी सुधर जाए वरना कोई बचाने नही आयेगा। विधायक ने प्रमाण सहित आपूर्ति पदाधिकारी राजेश रंजन पर अनियमितता का आरोप लगाया। उन्होने आपूर्ति पदाधिकारी को भी सुधर जाने की नसीहत दी और कहा कि मैं रात दिन क्षेत्र में रहता हूं।
पटना और मुजफ्फरपुर के आवास को सिर्फ जनता के लिए त्याग दिया हूं।कोई भी अधिकारी तीन साल बाद चला जाता है लेकिन मुझे यहीं जनता के बीच रहना है। जनता का मुझ पर अटूट विश्वास है। बैठक में उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अमर ज्योति पर समिति सदस्य गरीब नाथ तिवारी ने आरोप लगाया कि प्रत्येक सेविका से 2 हजार से 3 हजार रूपए माहवारी वसूली की जाती है जिसके कारण आंगनबाड़ी केंद्र सही रूप में संचालित नही हो रहा है।
वहीं पूर्व प्रमुख एवं वर्तमान पंचायत समिति सदस्य कंचन माला ने कार्यपालक पदाधिकारी को कहा कि प्रस्तावित कार्य योजना से हमे अवगत करावे । जिसपर मुखिया राजेश कुमार ने आईना दिखाते हुए पूर्व प्रमुख को कहा कि आप अपने कार्यकाल में सूचना को कभी भी सार्वजनिक नही किया । पंसस अनिल राम ने प्रताव दिया कि एनएच 722 (मनिकपुर चौक के पास) गोलंबर नही होने से आय दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही है।
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इसलिए गोलंबर बनवाया जाय। बसूचक गांव में नहरी पुल का निर्माण, सरैया को नगर पंचायत का दर्जा वापस लेने , सरैया बाजार को अतिक्रमण मुक्त करने, वीरपुर गांव में घटिया सामाग्री से निर्माण हो रहे सामुदायिक भवन की जांच कर करवाई करने आदि प्रस्ताव पेश किया। बैठक में प्रमुख जानकी देवी, कार्यपालक पदाधिकारी कृष्णदेव सिंह, प्रभारी बीडीओ शत्रुंजय कुमार, उपप्रमुख तारकेश्वर चौधरी, मुखिया संघ के अध्यक्ष चतर्भुज राय आदि उपस्थित थे।