सेंट्रल डेस्क: चुनावी रणनीतिकार पीके की कांग्रेस में एंट्री नहीं होगी। इसकी बड़ी वजह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विरोध बताया जा रहा है। पीके की कांग्रेस में एंट्री की खबरों के बीच सीएम अशोक गहलोत ने 20 अप्रैल को नई दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।
सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले सीएम गहलोत ने मीडिया से बातचीत संकेत देते हुए कहा था- प्रशांत किशोर देश में एक ब्रांड बन गया है। उन्हें कई राज्यों में काम करने का अनुभव है। प्रशांत किशोर एक एजेंसी के रूप में देशभर में काम करते हैं, जो प्रोफेशनल एजेंसीज से काम लेते रहते हैं, इसलिए मीडिया में उन्हें ज्यादा तवज्जो दी जा रही है।
सीए गहलोत ने अपने बयान में साफ कर दिया कि पीके को कांग्रेस में उतनी ही तवज्जों मिल सकती है जितनी की एक पेशेवर रणनीतिकार को मिल सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि सीएम गहलोत ने कांग्रेस की कार्यवाहक सोनिया गांधी को भी इसी तरह की सलाह दी।