अयोध्या को सुलगाने की कोशिश में सात गिरफ्तार, 4 आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर

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अयोध्या/बीपी प्रतिनिधि। धर्मस्थलों के बाहर आपत्तिजनक वस्तुएं फेंक कर अयोध्या का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वाले 7 अराजक लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले में वांछित चार लोग फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। सूत्रों के मुताबिक हनुमान जन्मोत्सव पर जहांगीरपुरी में शोभायात्रा पर हुए पथराव से क्षुब्ध होकर आरोपितों ने यह षड्यंत्र रचा।

गुरुवार को आइजी रेंज केपी सिंह एवं एसएसपी शैलेश पांडेय ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल की देर रात शहर में समुदाय विशेष के कुछ धर्मस्थलों के बाहर आपत्तिजनक वस्तुएं फेंकी गईं। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस ने सात लोगों को हिरासत में ले लिया।

इसमें मुख्य आरोपी साजिशकर्ता खोजनपुर निवासी महेश मिश्र के साथ रीडगंज हमदानीकोठी निवासी नितिन कुमार, नाका मुरावनटोला निवासी दीपक कुमार गौड़, आवास विकास कालोनी अमानीगंज निवासी प्रत्यूष श्रीवास्तव, सआदतगंज निवासी शत्रुघ्न प्रजापति, हौसिलानगर निवासी बृजेश पांडेय और सिविल लाइन आफिसर हास्टल निवासी विमल पांडेय शामिल हैं। एसएसपी ने बताया कि आरोपी चार दिन से षड्यंत्र रच रहे थे। धर्म स्थलों पर फेंके गए पर्चों में इस बात का उल्लेख था कि वह दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर हुए उपद्रव को लेकर क्षुब्ध हैं।

बृजेश के आवास पर महेश ने बाकी आरोपियों के साथ साजिश रची। जानकारी हुई है कि प्रत्यूष ने चौक से धार्मिक ग्रंथ एवं टोपियां खरीदीं। उधर, महेश ने लालबाग से फ्लैक्स एवं पत्रक खरीदा। तो आकाश ने मांस का प्रबंध किया। फ्लैक्स पर आपत्तिजनक बातें लिखकर यह बेनीगंज तिराहे पर स्थित एक धर्म स्थल पर पहुंचे तो यहां पर पुलिस को मौजूद पाकर लौट पड़े।

इसके बाद कश्मीरी मुहल्ला, कोठापार्चा चौक और उसके बाद जेल के पीछे, सिविल लाइन तथा रामनगर घोसियाना में धर्मस्थल के निकट आपत्तिजनक वस्तुएं फेंक कर घरों को चले गए। महेश, नितिन और विमल का आपराधिक इतिहास भी मिला है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों पर गैंगस्टर एवं एनएसए की भी कार्रवाई की जाएगी।