लखनऊ, स्टेट डेस्क। काउंट डाउन शुरू हो गया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 1 मई 2022 से टोल टैक्स वसूली शुरू हो जाएगी। यानी चंद घंटों में जैसे ही घड़ी की सुई 12 बजाएगी, इस डगर पर चलने वालों से टैक्स वसूली शुरू हो जाएगी।
इस एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ से गाजीपुर तक यूपीडा ने टोल वसूली के लिए कुल 13 एंट्री व एग्जिट प्वाइंट बनाए हैं। लखनऊ के गोसाईगंज के महोराकलां और गाजीपुर के हैदरिया में बड़ा टोल प्लाजा है, तो बाकी जगह पर 11 छोटे टोल प्लाजा बने हैं।
340 किलोमीटर लंबा है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340 किलोमीटर लंबा है, जोकि देश की किसी भी सूबे की द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे की तरह ही टोल टैक्स में 25 प्रतिशत छूट मिलेगी। जबकि टोल वसूली शनिवार रात 12 बजे के बाद शुरू हो जाएगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लखनऊ से गाजीपुर कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन को 675 रुपये देने पड़ेंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर चार पहिया वाहनों के लिए 2.45 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से टोल टैक्स तय किया गया है। इसके अलावा मिनी बसों के लिए 1065, बस या ट्रक के लिए 2145, तो एचसीएम, ईएमआई या बहु चक्का वाहनों (3 से 6 चक्का) को 3285 रुपये अदा करने होंगे। वहीं, ओवरसाइज्ड व्हीकल (7 या अधिक चक्का) के लिए 4185 रुपये कर देना होगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर बीच में कहीं से भी यात्रा शुरू करने वालों को भी टोल देना होगा। टोल टैक्स वसूलने की जिम्मेदारी इंदौर की एजेंसी मेसर्स प्रकाश एस्फाल्टिंग्स एंड टोल हाईवेज इंडिया लिमिटेड के पास रहेगी। मतलब यह की 30 अप्रैल की रात 12 बजे के बाद टोल टैक्स की वसूली शुरू कर दी जाएगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों से होकर गुजरता है। यूपी सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट राज्य की राजधानी लखनऊ से गाजीपुर तक बना है। यह रास्ता बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़ और मऊ से होकर गुजरता है।
यही नहीं, 11216 करोड़ रुपये की लागत तैयार हुए इस एक्सप्रेस-वे को बलिया तक बढ़ाया जा सकता है। यही नहीं, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के तहत 22 फ्लाई ओवर, सात रेलवे ओवर ब्रिज, सात बड़े पुल, 114 छोटे पुल समेत 45 वाहन अंडरपास, 139 छोटे वाहन अंडरपास और 87 पैदल अंडरपास भी बने हैं।