नवादा/पंकज कुमार सिन्हा। नेपाल की राजधानी काठमांडू के आनंद पशुपति भवन मे आयोजित तीन दिवसीय नेपाल भारत साहित्य महोत्सव में दोनों देशों के साहित्यिक, सामाजिक व पत्रकारिता जगत की विभूतियों की सहभागिता रही, जिसमें भारत से आये प्रमुख साहित्यकारों के साथ भारत (नवादा) की साहित्यकार डॉ राशि सिन्हा को ‘अमृता प्रीतम ‘ सम्मान से सम्मानित किया गया।
भारत के बिहार राज्य के नवादा की साहित्यकार डॉ.राशि ने अन्य भारतीय साहित्यकारों के साथ इस महोत्सव में शिरकत की तथा कई सत्रों में विभक्त इस कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण सत्र में नारी सशक्तिकरण परिचर्चा में शामिल होकर अपनी महती भूमिका निभाई। इस अवसर पर भारत की ओर से डॉ राशि सिन्हा के अतिरिक्त प्रदीप देवी, शरण भट्ट, राधा पांडेय, डॉ विभा रानी श्रीवास्तव, प्रेम लता सिन्हा, रवि भूषण श्रीवास्तव, रमा निगम , अरविंद कुमार यादव, कैलाश आदमी, मनीष शुक्ला सहित अन्य साहित्यकार के अतिरिक्त नेपाल से डॉ उषा ठाकुर, नीलम कार्की ,मंजिला अनिल, गोविंद गिरि , ज्ञानेंद्र गुराल , दामोदर पुडासिनी आदि शामिल थे।
दो देशों के मध्य आयोजित इस साहित्यिक महोत्सव/मैत्री सम्मेलन में बहुभाषी काव्य सम्मेलन तथा नेपाल भारत संबंध में संस्कृति की भूमिका आदि विषय शामिल रहे। साथ ही, तीसरे दिन साहित्यिक भ्रमण के दौरान 7500 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित चंद्रागिरि पर्वत पर सात सूत्रीय काठमांडू घोषणा पत्र प्रस्तुत किया गया। जिसमें दोनों देशों के साहित्य को अंतरराष्ट्रीय पटल पर बल दिया गया।
ललितपुर नगरपालिका प्रतिनिधि द्वारा सभी भारतीय अतिथियों का स्वागत कर उन्हें पाटन के विश्व धरोहर में शामिल दरबार स्कायर, कृष्ण मंदिर ,गोल्डन टैंपल और संग्रहालय का भ्रमण कराया गया। अप्रैल 29, 30 तथा मई 1 के तीन दिवसीय कार्यक्रम के समापन के अवसर पर , काठमांडू के नेशनल आडिटोरियम (राष्ट्रीय नाच घर ) में नेपाली सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक बड़ी श्रृंखला रही, जिसमें भारत से नीता चौधरी ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया। इसी कार्यक्रम में दोनो देशों के अतिथियों की उपस्थिति में दोनों देशों के साहित्यकार सम्मानित किये गये। इस अवसर पर नेपाल के आयोजक राधेश्याम लेकाली,के अतिरिक्त नेपाल की वरिष्ठ साहित्यकार-कथाकार माया ठाकुर , उषा ठाकुर , आडिटोरियम महा प्रबंधक आशोक पयासी रायजू,, उर्दू अकादमी नेपाल के अध्यक्ष इम्तियाज वफा ,नेपाल के संगीतकार मौजूद थे ।
तो वहीं भारत की ओर से नेपाल भारत साहित्यिक महोत्सव के राष्ट्रीय संयोजक आयोजक ,मेरठ लिटरेचर फेस्टिवल , मेरठ तथा क्रांतिधारा साहित्य अकादमी और ग्रीन केयर सोसायटी हाउस के अध्यक्ष विजय कुमार पंडित जी मौजूद थे। इस अवसर पर, कार्यक्रम के भारतीय ( राष्ट्रीय) संयोजक विजय पंडित जी ने दोनों देशों के मैत्री संबंधों के लिए साहित्य की अहम भूमिका पर जोर देते हुए ऐसे कार्यक्रम को अपरिहार्य बताया तथा मंच से दिए गए अपने वक्तव्य में कहा कि,’इस तरह के साहित्यिक आयोजन का उद्देश्य नेपाल और भारत के मध्य एक साहित्यिक सेतु का निर्माण करना है।इसके पहले यह कार्यक्रम नेपाल के बीरगंज में आयोजित हुआ था और वे इसके आगे भी वे ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे।
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