बीपी, देश-विदेश डेस्क। भारतीय संस्कृति की ध्वजवाहिका अंकिता शर्मा ने अपनी नार्वे यात्रा के दौरान हर ओर भारत के भिन्न-भिन्न प्रांतों की झांकी सी बिखेर दी। कहीं वह गुजराती वेशभूषा में नजर आईं तो कई राजस्थान लिबास में। ऊपर से उनकी नृत्य कला। जिसने भी देखा कहा, वाह भाई वाह। वहीं इस मौके पर होली महोत्सव भी मनाया गया।
नार्वे में मनाए गए उत्सव में असम, अरुणाचल, मिजोरम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, गुजरात और कश्मीर के पारंपरिक नृत्य और वेशभूषा को ऐसी सराहना मिली कि किसी का भी दिल बाग बाग हो जाए। यह संभव हुआ अंकिता की नृत्य प्रतिभा और उनकी व उनकी सहयोगियों की श्रृंगार प्रतिभा से।
मई की सात तारीख से लेकर मंगलवार यानी आज तक चले होली महोत्सव में पूरी टीम ने जिस समरसता और एकनिष्ठ होकर काम किया उसकी मिसाल कम ही दिखती है। कार्यक्रम खत्म होने पर नार्वे में भारत की राजदूत डॉ. बी. बाला भास्कर जी ने पत्नी सहित अंकिता शर्मा व सभी सहयोगियों का उत्साह वर्धन किया। पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम आगामी 14 मई को होना है। इस समारोह में राजदूत डॉ. बी बाला भास्कर अंकिता को सम्मानित करेंगे।