कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। इतनी भीषण गर्मी में नौनिहाल बिना बिजली के कड़ी धूप में पढ़ने को मजबूर हैं। शहर में एक ऐसा स्कूल भी है जहां नौनिहाल बिना बिजली के कड़ी धूप में पढ़ने को विवश हैं। स्कूल में बिजली का कनेक्शन इसलिए नहीं दिया जा रहा क्योंकि जिस बिल्डिंग में यह स्कूल है, वहां पूर्व में रहने वाले एक किराएदार का केस्को पर ढाई लाख रुपए बकाया है। स्कूल के प्रधानाचार्य अफसरों से कई बार मिल चुके है।
कौशलपुरी इलाके के एक किराए के मकान में 1959 से प्राथमिक विद्यालय चल रहा है। वही दूसरा प्राथमिक विद्यालय ओमनगर करीब तीन साल पहले ही इस बिल्डिंग में शिफ्ट हुआ है। दोनों स्कूलों में चार लोगों का स्टॉफ है। कुल 90 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
अपने स्तर पर ऐसा कोई भी दरवाजा नहीं रहा जहां दिव्यांग प्रिंसिपल गीता गुप्ता और अध्यापक नहीं समस्या लेकर न गए हो। फिलहाल समस्या का हल आज तक नहीं निकला। ऐसे में भीषण गर्मी और पानी की किल्लत से बचाने के लिए नए मीटर को लगवाने का फैसला स्कूल ने सभी अभिभावकों से मिल रही तमाम शिकायतों के बाद लिया । बार-बार जाने के बाद तो एक बार स्थानीय जेई ने स्कूल प्रिंसिपल को डांटकर भगा तक दिया।
स्कूल की प्रिंसिपल दिव्यांग होने के बाद भी बिजली के लिए नीचे से लेकर ऊपर तक सभी प्रयास कर चुकी हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला। केस्को की तरफ कहा गया है कि इस बिल्डिंग में एक पुराना किराएदार था जिसका ढाई लाख रुपए बकाया है। नियमानुसार इस बिल्डिंग में मीटर नहीं लग सकता और न ही लाइट कनेक्शन दिया जा सकता है। फिलहाल अब इस मामले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने जल्द ही स्कूल में लाइट दिलवाने की बात कही है।
यह भी पढ़े..