मोतिहारी/राजन द्विवेदी। पुलिस पदाधिकारी विनम्रता, सौजन्यता एवं अपने जनोन्मुखी व्यवहार से जनसमस्याओं का त्वरित समाधान करें। उक्त बातें आज मोतिहारी पुलिस की मासिक अपराध गोष्ठी में बतौर मुख्य प्रेक्षक की भूमिका में पहुंची अपर पुलिस महानिदेशक ( प्रशिक्षण ) आर मलार विलि ने कही। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर पुराने लंबित मामलों का निष्पादन करें।
वहीं गोष्ठी के दौरान एडीजे ने गंभीर कांडों यथा फिरौती हेतु अपहरण, हत्या, शस्त्र लहराना, डकैती, लूट, महिलाओं के विरुद्ध अपराध, एससी/एसटी के विरुद्ध अपराध आदि की गहन समीक्षा भी की। अपराध गोष्ठी कार्यक्रम की अध्यक्षता एसपी डॉ कुमार आशीष ने करते हुए एडीजे का स्वागत किया। कहा कि मोतिहारी पुलिस की मासिक अपराध गोष्ठी जिला पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस अवसर पर सभी एसडीपीओ ने अपने अनुमंडल के अपराध समीक्षा की पावरपॉइंट प्रस्तुति दिए।
जबकि एडीजी ने कांडों के निष्पादन के लिए उन्होंने लक्ष्यबद्ध अभियान चलाने का निर्देश दिया। कहा कि जिले के गंभीर कांडों एवं सामाजिक दूरगामी प्रभाव वालों कांडों को चिह्नित कर उनके त्वरित अनुसंधान एवं त्वरित विचारण करें। प्रेडिक्टिव पुलिसिंग की संकल्पना के तहत सूचना संकलन के लिए चौकीदारी परेड, साइबर सेनानी ग्रुप्स, जनता में व्यापक आउटरीच इत्यादि का मौलिक पुलिसिंग में अनुप्रयोग करें। वहीं आधारभूत पुलिसिंग को सुदृढ़ करने के लिए ऑपरेशन प्रहार के तहत कारवाई, मद्यनिषेध में छापामारी, विनष्टीकरण, राज्यसात, आदि के साथ-साथ गुणवत्तायुक्त गिरफ्तारी एवं न्यायालय में दंडसिद्धि, इत्यादि बिंदुओं पर एडीजी ने तथ्यपरक समीक्षा कर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।
पुलिस कप्तान ने कहा कि जिला पुलिस की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को एडीजी के सम्मुख रखा तथा आने वाले समय में जिले में सुदृढ़ पुलिसिंग की दिशा में पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न लक्ष्य आधारित अभियानों के बारे में जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों यथा शराबबंदी, यातायात नियमों का पालन, महिलाओं का सम्मान, इत्यादि के संबंध में पुलिस द्वारा किए जा रहे विभिन्न जन-जागरूकता मुहिमों का भी विशेष उल्लेख किया।
एसपी ने जिले में चलाई जा रही विभिन्न अनूठी पहल यथा थाना दिवस: पुलिस आपके द्वार का भी जिक्र करते हुए आम जनमानस में पुलिस के प्रति परिवर्तित छवि का भी विशेष रूप से उल्लेख किया। पुलिस कप्तान में इस बात पर विशेष बल दिया कि पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न जनोन्मुखी कार्यक्रमों के कारण अपराध के आंकड़ों पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
पुलिस अधीक्षक ने एडीजी के दिए गए निर्देशों पर स्वयं कृत कारवाई की समीक्षा सप्ताहांत की जायेगी। इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि एडीजी की मासिक अपराध गोष्ठी में उपस्थिति से जिला पुलिस को उनके वृहद एवं विविध अनुभव का बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है एवं आने वाले दिनों में पुलिस के कार्य निष्पादन और कार्यकुशलता में और भी सकारात्मक परिवर्तन होगा।