बखरी/बेगूसराय(बीपी प्रतिनिधि)। बखरी नगर परिषद के एक कर्मी को निवर्तमान मुख्य पार्षद के पुत्र द्वारा कार्यालय में घुसकर गाली-गलौज व दुर्व्यवहार करने और जान से मारने की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है। घटना के बाबत पीड़ित कर्मी ने बखरी थाना सहित एसडीओ एवं वरिय अधिकारियों को आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
थाने को दिए आवेदन में बखरी नप कार्यालय में पदस्थापित लिपिक विक्रम कुमार पासवान ने कहा है कि बुधवार को वे कार्यालय में अपना काम कर रहे थे तभी निवर्तमान मुख्य पार्षद का पुत्र रंजन कुशवाहा आठ दस अज्ञात लोगों के साथ कार्यालय में घुस गए और जबरन अपने वार्ड के कुछ काम को करने के लिए दवाब देने लगे। इस दौरान वह भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए जातिसूचक गालियां दी।
इतना ही नहीं पूर्व मुख्य पार्षद पुत्र ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है और कहा है कि मेरा काम करना होगा। कर्मी ने थानाध्यक्ष को दिए आवेदन में कहा है कि दफ्तर में इस घटना से वह पूरी तरह डर गए और घटना की सूचना देने कार्यपालक पदाधिकारी के डेरा पर चले गए। लेकिन पूर्व मुख्य पार्षद पुत्र रंजन कुशवाहा व उसका बङा भाई राजू कुशवाहा वहां भी आ धमका और कार्यपालक पदाधिकारी के सामने ही पुनः गाली-गलौज करते हुए कहने लगा कि कार्यपालक पदाधिकारी भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है और यह कहते हुए कार्यपालक पदाधिकारी के डेरा में लगे बांस को उखाड़़कर उन्हें खींचते हुए कहने लगा कि आज ही जान से मार दूंगा।
डेरा के बाहर भी रंजन-राजू के समर्थक दस अज्ञात आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति उसे जान से मारने के लिए खड़े थे। यह देखकर वह काफी डर गया और काफी देर तक कार्यपालक पदाधिकारी के डेरा मे छुपा रहा। बाद में किसी तरह वहां से जान बचाकर भाग निकलने में कामयाब रहा।आवेदन में लिपिक ने कहा है कि उक्त लोगों द्वारा उनके साथ कभी भी अप्रिय घटना को अंज़ाम दिया जा सकता है। उन्होंने थानाध्यक्ष से कानूनी कार्रवाई करते हुए सुरक्षा देने की गुहार लगाई है।
इधर थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार ने बताया कि मामले में निवर्तमान मुख्य पार्षद गीता कुशवाहा द्वारा भी लिपिक के विरूद्ध आवेदन दिया गया है, जिसमे उन्होंने लिपिक पर सरकारी कर्मी होने का धौंस देने तथा हरिजन केस में फंसाने की धमकी दिए जाने का आरोप लगाया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है।
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