योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया, जिसमें शरीर और, मन को एकाकार किया जाता हे 

मुजफ्फरपुर

मुजफ्फरपुर, ब्रह्मानन्द ठाकुर : सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान द्वारा किलकारी बाल केन्द्र,रोहुआ ,मुजफ्फरपुर मे आज  एक दिवसीय योग  कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक बिनुराज सिंह ने शारीरिक व मानसीक स्वास्थ मे योग के महत्व की जानकारी देते हुए बताया कियोग  एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर और, मन   को एकाकार किया जाता हे।  योग से न केवल व्यक्ति का तनाव दूर होता है, बल्कि मन और मस्तिष्क को शांति मिलती है। योग बहुत ही लाभकारी है। योग न केवल हमारे दिमाग और मस्‍तिष्‍क को  ताकत पहुंचाता है बल्कि हमारी आत्‍मा को भी शुद्ध करता है।

नियमित योगाभ्यास से होने वाले फायदे के बारे मे बताते हुए लोक कलाकार सुनील कुमार ने  कहा कि आज बहुत से लोग मोटापे से परेशान हैं, उनके लिए योग बहुत ही फायदेमंद है। योग के फायदे अनेक हैं जिससे यह  विदेशों में भी लोकप्रिय हो रहा है।

कला निर्देशक अजय कुमार ठाकुर ने कहा कि योग मुख्य रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमे जीवन शैली का पूर्णसार आत्मसात किया  जा सकता  है।सरला श्रीवास सोशल कल्चरल रिसर्च फाउंडेशन के अध्यक्ष धीरज कुमार ने बताया कि

योग एक कला के साथ-साथ एक विज्ञान भी है। यह एक विज्ञान है, क्योंकि यह शरीर और मन को नियंत्रित करने के लिए व्यावहारिक तरीके प्रदान करता है, जिससे गहन ध्यान संभव है।  योग एक कला भी है, जब तक कि  इसका सहज और संवेदनशील रूप से अभ्यास नहीं किया जाए, यह केवल सतही परिणाम देगा। 

आज के इस एक दिवसीय योग  कार्यशाला मे खुशी,आस्था,शिवानी,कोमल,प्रियांशी,ऋतु,स्वेता, मुस्कान,रूबी, मीनाक्षी,संगीता, तन्नु, मानसी,छोटी,सपना,अमन, साहिल, सौरभ,विशाल,रोहन,सचिन, ऋषभ पंथ, सुधांशु, ओम प्रकाश, अनुराग, अभिषेक, करण, संजीत, शामिल हुए।