ट्रेड लाइसेंस एवं यूजर चार्ज समाप्त करने की उठाई मांग
मुजफ्फरपुर/ब्रह्मानन्द ठाकुर। केन्द्र सरकार ने जीएसटी लागू करते वक्त देश की जनता से वादा किया था कि जीएसटी लागू होने पर वन नेशन वन टैक्स के आधार पर टेक्स्ट वसूली होगी और दोहरा कराधान नहीं लिया जाएगा। इसतरह सभी वस्तुओं के मूल्य वृद्धि में 28 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई एवं जनता से कहां गया कि सभी तरह का टैक्स समाप्त कर दिया जाएगा लेकिन मुजफ्फरपुर नगर निगम द्वारा ट्रेड लाइसेंस और यूजर चार्ज के नाम पर अंग्रेज के जमाने से भी खतरनाक तरह से जबरन टैक्स वसूली किया जा रहा है।
ये बातें जन विकास मोर्चा के महासचिल आनन्द पटेल ने कही। वे आज छोटे दुकानदारों ,उद्यमियों एवं व्यावसायिक संगठनो के प्नतिनिधियों के साथ नगर निगम द्वारा ट्रेड लाइसेंस एवं यूजर चार्ज वसूल किए जाने पर विरोध प्रगट कर रहे थे। उन्होने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के पहले अंग्रेजों के जमाने में गरीब जनता से मोटराना और हथियाना जैसे टैक्स भी वसूले जाते थे, जिससे जनता का कोई लेना देना नहीं होता था। आज नगर निगम भी वही कर रहा है।
अंग्रेजों ने भारतीय जनता पर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए रियासतों के राजाओं को साध लिया था। उस समय लगान की वसूली जमींदार करते थे और वे स्थानीय भाषा, भूषा और अन्य जानकारी के कारण अंग्रेजों के लिए अच्छे टैक्स कलेक्टर साबित होते थे। मगर ये जमींदार अपने ही देश की गरीब जनता पर अत्याचार करते और नई-नई तरह के लगान लगा देते।
इनमें मोटराना (जमींदार के लिए कार-मोटर खरीदने संबंधी लगान) और हाथियाना (जमींदार के हाथी के खानपान के इंतजाम संबंधी लगान) वसूले जाते थे। बेचारे गरीब लोग अपने बच्चों का पेट काटकर, खुदज भूखे सोकर मोटराना, हाथियाना टैक्स देते। जमींदार उस टैक्स से मोटरों में ऐश से घूमते और अपने हाथियों को अच्छ अनाज खिलाते।जमींदार अपने घोड़ों को खिलाने-पिलाने के लिए घोड़ियाना टैक्स वसूलते।
एक तरफ गरीब किसानों या जनता के पास अपने गाय-बैलों को खिला था। आज नगर निगम भी उद्यमियों से विभिन्न तरह का टैक्स वसूल कर ब्रिटिश हुकूमत की याद दिला रहा है। अगर ट्रेडलाइसेंस और यूजर चार्ज समाप्त नहीं किया गया तो इसके खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। जन अभियान को संबोधित करते वालो मे अन्य लोगों के अलावे जन विकास मोर्चा के अध्यक्ष राजेश कुमार ,सलाहकार राकेश कुमार साहू संस्कृत कर्मी सुनील कुमार अजय ठाकुर रूपेश कुमार पटेल साईं सेवादार अविनाश कुमार, अनिल कुमार, कैलाश पासवान आदि शामिल थे।