पटना, बीपी डेस्क। राजद के लिए अब बड़े फैसले तेजस्वी यादव लेंगे। राजद की आज की बैठक मे तेजस्वी यादव को मिली जिम्मेदारी। बैठक समाप्त होने के बाद राजद एमएलसी भाई वीरेंद्र ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू यादव की अध्यक्षता में मीटिंग हुई। इसमें राजद की सदस्यता अभियान को लेकर विशेष चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि राजद ने पूरे बिहार में एक करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
इसके क्रियान्वयन के लिए राजद सुप्रीमो लालू ने नेताओं को निर्देश दिया। वहीं इस बैठक में महंगाई और बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दमों पर कैसे सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाए, इस पर भी चर्चा हुई। इसके लिए विधायक दल के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व आंदोलन करने का भी फैसला लिया गया है।
भाई वीरेंद्र ने कहा कि बढ़ती महंगाई को लेकर जैसे पार्टी के नेतृत्व आदेश देंगे, वैसे काम किया जाएगा। वहीं जातीय जनगणना को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई। भाई वीरेंद्र ने कहा कि जातीय जनगणना का मुद्दा सबसे पहले लालू यादव ने उठाया। एनडीए की सरकार बनने के बाद इसे ठंडा बस्ते में डाल दिया गया है।
बिहार में जातीय जनगणना को लेकर 1 जून को सर्वदलीय बैठक होगी। इससे पहले मंगलवार को राजद सुप्रीम लालू यादव की अध्यक्षता में राजद विधायक और नेताओं की बैठक हुई। इसमें जातीय जनगणना, राजद की सदस्यता अभियान और महंगाई को लेकर चर्चा हुई। इस बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेजप्रताप, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और विधायक शामिल हुए।
बता दें कि जातीय जनगणना को लेकर 1 जून को बिहार में सर्वदलीय बैठक होगी। इसमें पक्ष और विपक्ष के सभी दलों के नेता शामिल होंगे। बिहार में जातीय जनगणना को लेकर लगातार सियासत हावी है। इस मुद्दे को लेकर सत्ताधारी दल भाजपा और जदयू में ही तकरार देखा जा रहा था। जातीय जनगणना पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इसे नहीं किया जा सकता है। इसका असर बिहार भाजपा पर भी था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जासवाल ही कई बार कह चुके हैं कि इसे करना मुश्किल है। लेकिन जदयू के दवाब के चलते बिहार भाजपा को मनना पड़ा और सर्वदलयी बैठक में शामिल होने के लिए हामी भरना पड़ा।