कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। महापौर प्रमिला पांडे इन दिनों प्राचीन मंदिरों में अवैध कब्जों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही हैं। उसी कड़ी में बुधवार को महापौर ने कर्नलगंज क्षेत्र के करीब एक दर्जन मंदिरों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें अधिकांश मंदिरों में कब्जे मिले, जिसे देखकर महापौर भड़क गयीं। इस दौरान महापौर ने कहा कि जल्द ही अभियान चलाकर कब्जा करने वालों पर सख्त कार्यवाही होगी।
गौरतलब है कि कानपुर में पहली बार प्राचीन मंदिरों में कब्जों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। महापौर लगातार मंदिरों का निरीक्षण कर उन्हें कब्जा मुक्त करा रही हैं। बीते दिनों भी चमनगंज और पीरोड के मंदिरों में कब्जा करने वालों पर कार्यवाही की गई थी। वहीं बुधवार को मेयर ने भारी पुलिस बल के साथ कर्नलगंज के छिपियाना, लुधौरा, चूडीमोहाल एवं लकड़मंडी समेत कई इलाकों में मंदिर का निरीक्षण किया।
इस दौरान सभी मंदिरों में विशेष समुदाय द्वारा कब्जा मिला। किसी मंदिर में होटल खुला मिला तो कहीं बिल्डिंग तनी दिखाई दी। वहीं प्राचीन मंदिरों में कब्जा देखकर महापौर भड़क गयीं। इसके बाद उन्होंने एक मंदिर का ताला तोड़कर स्थिति को देखा। उन्होने कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश दिए हैं। बताते चलें कि कर्नलगंज इलाके में मंदिरों में कब्जों की शिकायत पूर्व पार्षद मूल चंद लोधी ने की थी।
निरीक्षण के दौरान कर्नलगंज स्थित राधा माधव मंदिर के बाहर बिरयानी की दुकान मिली। महापौर के आने की सूचना मिलने पर पहले ही दुकान बंद कर दी गई थी। रामजानकी मंदिर की दुर्दशा देखकर महापौर की आंखों में आंसू आ गए।
महापौर प्रमिला पांडेय ने तीन क्षेत्रों में 10 मंदिरों का निरीक्षण किया। इसमें चार शिव मंदिर, एक हनुमान मंदिर और पांच मां दुर्गा के मंदिरों में कब्जा मिला। छिपियाना में एक मंदिर को कब्जा कर घर में तब्दील कर दिया गया है। मंदिर के स्थान पर गृहस्थी का सामान रखा पाया गया। वहीं भगवान की मूर्ति का स्थान भी पाया गया। एक जगह महापौर को ताला तोड़कर अंदर घुसना पड़ा।
महापौर ने बताया कि कर्नलगंज क्षेत्र के लुधौरा में चूड़ी मोहाल में स्थित दो पुराने मन्दिरों का निरीक्षण किया गया, जिसमें एक मन्दिर के स्थान पर बिल्डिंग और एक मन्दिर के स्थान पर होटल बना पाया गया। होटल के तहखाने में कारखाना चल रहा था। तीसरे खंड में घर बना हुआ था। महापौर ने बताया कि कर्नलगंज के छिपियाना में पांच मन्दिरों का निरीक्षण किया गया, जिसमें दो मन्दिरों को पूरी तरह तोड़ दिया गया। यहां मंदिर के चारों ओर दीवार उठाकर पूरा मंदिर ध्वस्त कर दिया गया। यहीं सामने स्थित एक मंदिर में कूड़ा भरा पड़ा मिला। निरीक्षण में कर्नलगंज एसीपी त्रिपुरारी पाण्डेय फोर्स के साथ मौजूद रहे।
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